नई दिल्ली: नसीरूद्दीन शाह के बयान पर पाकिस्तान के पीएम ने भारत को खोखली नसीहत दी तो हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन औवैसी ने इमरान खान को आइना दिखाया. ओवैसी ने कहा कि अल्पसंख्यकों के अधिकारों को लेकर भारत को पाकिस्तान से नहीं बल्कि पाकिस्तान तो भारत से सीखने की जरूरत है.
AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन औवैसी ने ट्वीट किया, "पाकिस्तानी संविधान के अनुसार, केवल एक मुस्लिम ही वहां का राष्ट्रपति बनने के लिए योग्य है. लेकिन भारत में वंचित समुदायों के कई राष्ट्रपति रहे हैं. खान साहब को हमसे समावेशी राजनीति और अल्पसंख्यक अधिकारों के बारे में सीखना चाहिए.''
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इमरान खान ने क्या कहा था?
अपने मुल्क में अशिक्षा, आतंकवाद और स्वास्थ्य जैसी जरूरतों पर ध्यान देने के बजाए पाकिस्तान के नेता दूसरे मुल्कों में चल रही गतिविधियों पर ध्यान ज्यादा देते हैं, नसीरुद्दीन के डर वाले के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि हम मोदी सरकार को दिखाएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसे व्यवहार करते हैं. जिससे अल्पसंख्यक सुरक्षित, संरक्षित महसूस करें और उन्हें 'नए पाकिस्तान' में समान अधिकार हों.
नसीरुद्दीन शाह ने भी इमरान खान को दिया जवाब
इमरान खान के बयान पर नसीरुद्दीन शाह ने करारा हमला बोला था. उन्होंने पाकिस्तानी पीएम को मुंहतोड़ जवाब देते हुए कहा, ''मुझे लगता है कि इमरान खान को उन मुद्दों पर टिप्पणी करने कs (जिनका उनसे लेना-देना नहीं है) बजाय अपने देश के बारे में सोचना चाहिए. हमारे देश में 70 साल से लोकतंत्र बना हुआ है और हम जानते हैं कि हमें अपनी देखभाल कैसे करनी है.''