(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Classroom For School Children: कबाड़ में जाने वाले थी डबल डेकर बस, बच्चों के क्लासरूम में हुई तब्दील
Double Decker Bus Converted Into Class Room: डबल डेकर बस में बनाए गए क्लासरूम में टीवी, एयरकंडीशनर, कुर्सियां, रंग-बिरंगी मेज़ और किताबें रखने के लिए अल्मारी भी है,
तिरुवनंतपुरम: केरल राज्य परिवहन निगम (केएसटीआरसी) की डबल डेकर बस (Double-Decker Bus) को क्सालरूम (classroom) में तब्दील किया गया है. यह सरकारी निम्न प्राथमिक स्कूल (Government Lower Primary School) के विद्यार्थियों के मनोरंजन का स्थान बन गया है. पुरानी लो फ्लोर बस में दो स्तरीय क्लासरूम (Students) बनाया गया है. यह उन दो बसों में से एक है जिसे परिवहन निगम कबाड़ में देने वाला था. बस को स्कूल को दान किया गया है जो मनाकौड के सरकारी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान (टीटीआई) के परिसर में स्थित है.
बस में बनाए गए क्लासरूम में टीवी, एयरकंडीशनर, कुर्सियां, रंग-बिरंगी मेज़ और किताबें रखने के लिए अल्मारी भी है, लेकिन ड्राइवर की सीट और स्टीयरिंग को नहीं हटाया गया ताकि बच्चे उसके साथ खेल सकें और उन्हें लगे कि वे बस में ही हैं.
लंबे समय बाद खुल रहे हैं स्कूल
बस के ऊपरी हिस्से को पठन और मनोरंजन के लिए डिजाइन किया गया है. यह प्राथमिक पूर्व विद्यार्थियों के लिए है जिनके स्कूल बुधवार को दो साल के बाद खुल रहे हैं. कोविड के कारण स्कूल लंबे अरसे से बंद थे.
राज्य के परिवहन मंत्री एंटनी राजू 17 मई को दो बसें सरकारी स्कूल को मुहैया कराने पर सहमत हो गए थे. मंत्री ने हल्के-फुलके अंदाज़ में कहा था कि अब कोई यह न कहे कि उन्हें क्लास के लिए केवल लो-फ्लोर बसें चाहिए, भवन नहीं.
केएसआरटीसी ने 239 लो फ्लोर बसें बेकार खड़ी हैं
केरल उच्च न्यायालय (Kerala High Court) में पिछले महीने दिए एक बयान में केएसआरटीसी ( KSRTC) ने कहा था कि उसके डिपो में पीछे इंजन वाली 239 लो फ्लोर बसें बेकार खड़ी हैं. एक जनहित याचिका के जवाब में निगम ने कहा था कि 239 बसे नौ साल से ज्यादा पुरानी हैं और पांच लाख किलोमीटर से ज्यादा चल चुकी हैं, लिहाज़ा निगम ने उन्हें कबाड़ में भेजने का फैसला किया है.
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