सावधान, कहीं आपने भी तो डाउनलोड नहीं कर लिया ये ऐप, आनलाइन निवेश के चक्कर में हो सकती है ठगी
हैदराबाद पुलिस ने एक चीनी नागरिकों के रैकेट का भांडाफोड़ किया है, जो भारतीयो के साथ आनलाइन निवेश के नाम पर करोड़ों रूपये की ठगी कर रहा था, इसके जरिए भारतीयों के 900 करोड़ रूपये के घोटले का अनुमान है.
टेक्नालॉजी जहां एक तरफ हमारी कई चीजों को आसान कर रही है तो वहीं इस टेक्नालॉजी के चलते हमें काफी नुकसान भी झेलना पड़ता है. इंटरनेट का इस्तेमाल आज के समय लगातार बढ़ रहा है. शॉपिंग से लेकर खाना आर्डर करने तक सभी चीजें इंटरनेट ने बेहद आसान कर दी हैं और तो और इंटरनेट पर आपके लगभग सभी सवालों के जवाब उपलब्ध हैं. किसी भी विषय से जुड़ी जानकारी हो या फिर इंटरनेट के जरिए ऑफिस का काम करना या फिर पढ़ाई करना. सभी चीजों के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल आसान और अनिवार्य हो गया है.
ऐसे में इंटरनेट के इतने इस्तेमाल को देखते हुए आपको कई बार फ्रॉड मैसेजस् भी देखने को मिलते होंगे. अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉम व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्वीटर और यू-ट्यूब पर कई ऐसे फॉरवर्डेड संदेश आते हैं तो अलग अलग स्कीम का लालच देते हैं. जिनको लेकर कई बार हम सचेत हो जाते हैं तो कई बाद इनके जाल में फंस भी जाते हैं. ऐसा ही मामला हैदराबाद से सामने आया है. जहां एक 23 साल की महिला को व्हाट्सएप पर एक फॉरवर्ड मैसेज रिसीव हुआ. जो उसे उसके एक दोस्त द्वारा भेजा गया था.
मैसेज में महिला को निवेश करने पर अच्छा रिटर्न देने की बात कही गई थी. लेकिन इसके लिए उसे Loxam नाम से एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया. महिला ने वो ऐप डाउनलोड कर लिया. जिसके बाद महिला का व्हाट्सएप नंबर एक व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड किया गया. जिसके बाद शुरूआत में महिला ने 1000 रूपये का निवेश किया. जिसके एक हफ्ते बाद उन्हें 1200 रूपये का रिर्टन वापस मिला. 200 रूपये का फायदा हुआ. जिसके बाद महिला ने 3000 रूपये का निवेश किया. जिसका रिटर्न पाने के लिए उसे रोजाना निवेश करने के लिए कहा गया.
शिकायतर्कता महिला ने बताया है कि उसे Loxam ऐप के एक ऐजेंट द्वारा ऐप के अगल अगल यूपीआई आईडी पर रूपये ट्रांसफर करने के लिए कहा. वो व्यक्ति खूद को Loxam ऐप का कर्मचारी बता रहा था. जिसके कहने पर महिला ने यूपीआई आईडी पर रूपये ट्रांसफर किए. लेकिन फिर उस व्यक्ति ने महिला के फोन उठाना बंद कर दिया और उसके रिटर्न आना भी बंद हो गए. और जो व्हाट्सएप ग्रुप उस व्यक्ति द्वारा बनाया गया था वो भी रिमूव कर दिया गया. जिसके बाद महिला ने इसकी शिकायत हैदराबाद पुलिस के साइबर क्राइम सेल को की. साइबर सेल ने 9 जून को इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली. महिला ने पुलिस को बताया कि उसने उस ऐप पर 2.3 लाख रूपये निवेश किए लेकिन उसका कोई रिटर्न वापस नहीं आया.
इस पूरे मामले को लेकर हैदराबाद पुलिस ने 4 महीनों तक छानबीन की, और 4 महीने बाद पुलिस को हैदराबाद में ही एक और ऐसा मामला मिला. जिसमें व्यक्ति के साथ इसी तरीके का फ्रॉड किया गया था. जिसके बाद पुलिस उस लोगों को ट्रैक करने में कामयाब हो गई जिन्होंने दोनों मामलों में इसी तरीके का फ्रॉड किया था. हैदराबाद पुलिस ने मुताबिक ये फ्रॉड चीनी नागरिकों के एक समूह द्वारा किया गया. जिसमें दोनों शिकायकर्ता आनलाइन निवेश घोटाले का शिकार हुए.
हैदराबाद पुलिस के मुताबिक जिस दूसरे व्यक्ति को इस ऐप के जरिए ठगा गया. उसने 1.6 लाख रूपये निवेश किए थे. लेकिन जब पुलिस ने इस ऐप को लेकर छानबीन की तो आनलाइन किसी भी तरीके की जानकारी इस ऐप को लेकर उपलब्ध नहीं थी. जबकि शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसने इंडसइंड बैंक के खाते में xindai technologies Pvt Ltd के नाम से खाते में रकम जमा कराई थी. पुलिस के अनुमान के मुताबिक इस ऐप के द्वारा भारत में 900 करोड़ रूपये के घोटाले का अनुमान है. साथ ही मिंट में छपी खबर के मुताबित बैंक के उन दस्तावेजों की भी पुष्टि की गई है जो इंडसइंड बैंक में चालू खाते xindai के नाम से दर्ज हैं और खाते के विवरण में किसी संगीता देवी का नाम है. और पुलिस का कहना है कि बैंक ये खाता किसी वीरेंद्र सिंह नामक व्यक्ति द्वारा खोला गया है. पुलिस ने इस मामले में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए पिछले महीने इस मामले में 10 लोगों की गिरफ्तारी भी की थी. पुलिस की ओर से की गई पुछताछ पता चला था कि जैक नाम के चीनी नागरिक ने बैंक में खाते खुलवाए थे.
जानकारी के मुताबिक ये चीनी नागरिकों को समूह जो भारतीय नंबर के जरिए भारतीयों को कॉल करता है, इस मामले में पीड़ित महिला को अभी तक उसकी डूबी हुई रकम वापस नहीं मिली है. वहीं ये बेहद गंभीर विषय है. जिस तरीके से भारतीयों को चीनी नागरिकों द्वारा निवेश का झूठा झांसा देकर लूटने काम किया जा रहा हैं. जबकि गूगल और भारत सरकार ने भारत में इस तरीके के डिजिटल ऐप पर प्रतिबंद लगाया हुआ है. फिलहाल हैदराबाद पुलिस का साइबर सेल इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ कर सभी कड़ियों को जोड़ते हुए हर एंगल से छानबीन कर रहा है. पुलिस का अनुमान है कि देश में नागरिकों को ठगने के लिए चीनी नागरिकों द्वारा बड़ा रैकेट चलाया जा रहा है. पुलिस ने नागरिकों से सचेत रहने की भी अपील की है.
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