नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के खतरे के चलते इस समय लॉकडाउन एक बार फिर 17 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. वहीं देश में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. सोमवार को भारत में कोरोना मरीजों की संख्या 40 हजार के पार पहुंच गई. अब देश में 42533 कोरोना संक्रमित मरीज हैं. वहीं पिछले 24 घंटे में 2553 नए मामले सामने आए और 72 मरीजों की मौत हुई है.


पिछले दो दिनों से लगातार नए मामले बढ़ रहे हैं लेकिन बाकी देशों से तुलना करने पर भारत की स्तिथि काफी बेहतर है. भारत में लॉकडाउन की वजह से वैसे हालात नहीं हुए जैसे बाकी देशों में हुए. वहीं बाकी देशों से तुलना करने पर भारत के हालात इसलिए भी बेहतर है क्योंकि भारत में 10 लाख ज्यादा टेस्ट होने पर भी उतने मरीज नहीं है जितने बाकी दुनिया के देशों में है.


अब तक भारत में 1107223 लोगों के टेस्ट हुए हैं और 42,533 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं. वहीं इस संक्रमण से 11706 मरीज ठीक हुए है जबकि 1373 मरीजों की इस संक्रमण से मौत हुई है.


वहीं 3 मई तक दुनिया के दूसरे देशों की बात करें जहां 10 लाख से ज्यादा टेस्ट हुए वहां कितने मरीज थे तो यूएस में 1,64,620 मामले, स्पेन में 2,00,194 मामले, इटली में 1,52,271, तुर्की में 1,17,589 वहीं जर्मनी में 73522 मामले सामने आए चुके हैं. जबकि भारत में सिर्फ 39,980 मरीज थे. यानी भारत में मामले तो बढ़े हैं लेकिन बाकियों के मुकाबले काफी कम है. वहीं भारत में इस संक्रमण से मारनेवालों की संख्या भी बेहद कम है.


केंद्र सरकार के मुताबिक इस समय भारत में स्तिथि नियंत्रण में है. बाकी देशों की तुलना के मुकालबे हालात काफी बेहतर हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हरषवर्धन ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि देश में दस लाख से ज्यादा लोगो का टेस्ट हुआ और बाकी देशों मुकाबले मामले बेहद कम हैं. स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा "अभी भारत में कंट्रोल है. इस वायरस बीमारी का प्रकोप पूरी दुनिया के मुकाबले भारत में काफी कम है. सारे विकसित देश और उनके डाटा उनके यहां पेशेंट्स डैथ देखें और इसका भारत से कंपैरिजन करेंगे तो हालात बेहतर है."


वहीं स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक देश में डबलिंग यानी कोरोना मामलों के बढ़ने की दर 12 दिन हो गई है. जबकि शुरुवात में ये 3 से 4 दिन थी. वहीं भारत में कोरोना संक्रमित मरीज भी तेजी से ठीक हो रहे हैं. भारत में कम मामले के लिए स्वास्थ्य मंत्री सही समय पर लॉकडाउन के फैसले को मानते है. यही वजह है की तीसरी बार जब लॉकडाउन को बढ़ाया गया तो कुछ छूट भी दी गई है.


भारत सिर्फ दुनिया से कोरोना संक्रमण मामले में ही बेहतर नहीं है बल्कि दुनिया के कई देशों को इस समय मदद कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक ना हम सिर्फ दुनिया में सभी पैरामीटर्स पर बेहतर हैं बल्कि मदद के मामले में भी आगे हैं. दुनिया के देशों को इस समय कुछ दवाइयों को सिर्फ भारत दे रहा है.


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा, " भारत आज न सिर्फ कोरोना से लड़ रहा है बल्कि दुनिया के कई देशों को मदद भी कर रहा है. भारत आज हाइड्रोक्सी क्लोरोक्विन नाम की दवा दुनिया के कई देशों को दे रहा हैं. पेरासिटामोल भी हम दुनिया के देशों को दे रहे हैं और भी दवाइयां हम दुनिया के बाकी देशों को दे रहे हैं."


उन्होंने आगे कहा,'' भारत में कोरोना से लड़ने के लिए कई एहम कदम समय रहते उठाए हैं. आज भारत में 421 सरकारी और प्राइवेट लैब हैं. जबकि शुऱुआत में सिर्फ एक लैब थी. वहीं रोज़ाना टेस्टिंग के नंबर भी बढ़ते का रहे हैं. वहीं देश में कोरोना मरीजों के ट्रीटमेंट के लिए कई डेडीकेटेड अस्पताल हैं ट्रैकिंग टेस्टिंग और ट्रीटमेंट को फॉलो किया जा रहा है. इसके अलावा देश में लागू लॉकडाउन ने भी इस संक्रमण के ट्रांसमिशन को रोकने में मदद की.''