दिल्ली में कोरोना से बेकाबू हालात पर एक्शन में केंद्र, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन अस्पतालों का करेंगे दौरा
दिल्ली में एक ही दिन में मुंबई की तुलना में सबसे ज्यादा कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं. दिल्ली में कोरोना के 17 हजार से ज्यादा मामले आए, जो किसी शहर में एक दिन में आने वाले सबसे ज्यादा केस हैं.
नई दिल्ली: देश की राजधानी में कोरोना महामारी के बेकाबू हालात पर केंद्र एक्शन में है. कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने आज एम्स के ट्रामा सेंटर का दौरा कर वहां स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया. इस दौरान उनके साथ एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया भी मौजूद रहे. स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और भी कई अस्पतालों का दौरा करेंगे.
स्वास्थ्य मंत्री ने ट्वीट कर कहा, "दिल्ली में कोविड के बढ़ते खतरे को देखते हुए मैं अगले कुछ दिनों तक स्वास्थ्य सुविधाओं का दौरा करूंगा. शुरुआत आज सुबह एम्स ट्रॉमा सेंटर से होगी."
दिल्ली देश का सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित शहर बना
कोरोना वायरस महामारी की चौथी लहर से जूझ रही दिल्ली ने वित्तीय राजधानी मुंबई को दैनिक मामलों में बहुत पीछे छोड़ दिया है, जो देश में सबसे अधिक प्रभावित शहर बन गया है. दिल्ली में एक ही दिन में मुंबई की तुलना में सबसे ज्यादा कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं. दिल्ली में बुधवार को कोरोना के 17 हजार से ज्यादा मामले आए, जो किसी शहर में एक दिन में आने वाले सबसे ज्यादा केस हैं. इससे पहले मुंबई में अब तक एक दिन में सबसे ज्यादा 11,163 केस 4 अप्रैल को दर्ज किए गए थे.
दिल्ली में गुरुवार को कोविड-19 के 16,699 नए मामले आए और संक्रमण के कारण 112 मौतें हुईं. राजधानी में एक दिन पहले संक्रमण के 17,282 नए मामले सामने आए थे, जो अब तक के सर्वाधिक मामले हैं. पिछले कुछ दिनों से मामले काफी बढ़ रहे हैं. शहर में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 11,652 हो गई है.
दिल्ली में कोरोना की रफ्तार को कम करने के लिए आज शाम से वीकेंड कर्फ्यू समेत कई अन्य पाबंदियां लग जाएंगी. नई पाबंदी के तहत मॉल, जिम, स्पा और सभागार बंद रहेंगे. रेस्टोरेंट के भीतर बैठकर खाना खाने की अनुमति नहीं होगी और सिनेमाघर में भी केवल 30 फीसदी दर्शक ही जा सकेंगे.
ये भी पढ़ें-
कोलकाता में अमित शाह की आज ताबड़तोड़ रैलियां- 2 रोड शो, 1 पब्लिक मीटिंग और 3 नुक्कड़ सभा
गुजरात हाईकोर्ट ने राज्य सरकार पर उठाए सवाल, कहा- रेमडेसिविर दवा के 'मिथक' को दूर करें