(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कोरोना की नई दवाएं विकसित करने में लगी है डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज, कुछ ही महीनों में बाजार में होंगी उपलब्ध
डॉ. रेड्डीज के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि कंपनी अगले कुछ महीनों में नए विकल्पों को सामने लाएगी. इस दौरान पहले से इस्तेमाल हो रही दवाओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाएगी.
नई दिल्ली: दिग्गज दवा निर्माता कंपनी डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए नए विकल्पों पर तेजी से काम कर रही है जो कुछ महीने में बाजार में आ जाएंगे. डॉ. रेड्डीज के एक उच्च अधिकारी ने बताया कि कंपनी अगले कुछ महीनों में नए विकल्पों को सामने लाएगी. इस दौरान पहले से इस्तेमाल हो रही दवाओं की आपूर्ति भी सुनिश्चित की जाएगी.
कंपनी ने पिछले कुछ दिनों में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन समेत कई अन्य संगठनों के साथ भागीदारी की है. उसने रूस के सहयोग से वहां विकसित कोरोना की स्पूतनिक-वी वैक्सीन को भारतीय बाजार में उतारा है.
डॉ. रेड्डीज ने दवाओं और रेमडेसिविर का उत्पादन बढ़ाया
डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज के सह-अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक जीवी प्रसाद ने कहा, 'हम हर संभव तरीके से कोविड मरीजों की तत्परता के साथ सेवा करने की भावना से प्रेरित हैं. कोविड से बचाव और उपचार के नए विकल्पों को तलाशने के लिए हमने कई संगठनों के साथ हाथ भी मिलाया हैं.' उन्होंने कहा कि डॉ. रेड्डीज ने पिछले कुछ सप्ताहों में कई दवाओं समेत रेमडेसिविर के उत्पादन को बढ़ाया है ताकि एकदम से बढ़ी मांग को पूरा किया जा सके.
प्रसाद ने कहा, 'हम कोविड उपचार के नए विकल्पों पर भी काम कर रहे हैं जो अगले कुछ महीने के दौरान बाजार में आ जाएंगे. इस दौरान हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि हमारी मौजूदा दवाओं की आपूर्ति बिना किसी बाधा के सुचारू रूप से जारी रहे. हम अपने सभी बाजारों के लिए मांग को पूरा करने का काम जारी रखे हुए हैं.'
वही स्पूतनिक-वी के साथ समझौते को लेकर डॉ. रेड्डीज के सीईओ इरेज इजरायली ने कहा, 'हमारे पास शुरुआत की 25 करोड़ स्पूतनिक-वी डोज का अधिकार है जो 12.5 करोड़ लोगों को लगाई जाएगी. शुरू में वैक्सीन रूस ही आयात की जाएगी. छह निर्माताओं के साथ साझेदारी भी की गई है ताकि वैक्सीन को भारत में ही बनाया जा सके.'
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