नई दिल्ली: क्या चीन भारत को आर्थिक तौर पर कोई बड़ा नुकसान पहुंचाने की तैयारी में है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि चीनी नागरिक ली पेंग के मोबाइल फोन से साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये का ड्राफ्ट बरामद हुआ है. यह ड्राफ्ट एचएसबीसी बैंक लंदन का है. इस ड्राफ्ट के बारे में ली पेंग ने जांच एजेंसियों को गोलमोल जवाब दिए. इस ड्राफ्ट का रहस्य जानने के लिए जांच एजेंसियों ने एचएसबीसी बैंक लंदन से संपर्क साधा है.


चीनी नागरिक ली पेंग पर आयकर विभाग ने पिछले महीने छापेमारी की थी और छापेमारी के दौरान 1000 करोड़ रुपये के हवाला रैकेट का पर्दाफाश हुआ था. जांच में यह भी सामने आया था कि इस शख्स का संबंध चीनी दूतावास के कुछ अधिकारियों से भी है. साथ ही इस शख्स पर बौद्ध गुरू दलाई लामा की जासूसी करवाने के आरोप भी लगे थे.


चीनी नागरिक कहे जाने वाले ली पेंग के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. यह खुलासा उस समय हुआ जब इस शख्स के मोबाइल फोन से डिलीट की गई जानकारी को जांच एजेंसियों ने रिट्रीव किया. इसी दौरान इसके मोबाइल से 500 मिलियन डॉलर यानी साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये का ड्राफ्ट निकला. ड्राफ्ट एचएसबीसी बैंक लंदन द्वारा जारी किया गया है. ड्राफ्ट हवायंग जियोंग नामक शख्स के नाम पर है. ड्राफ्ट 9 नवंबर 2019 को जारी हुआ था और इस ड्राफ्ट को 12 दिसंबर 2020 तक भुनाया जा सकता है या हो सकता है कि भुना भी लिया गया हो.


जांच एजेंसियां जानना चाहती हैं कि साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये का ड्राफ्ट पेंग के मोबाइल में क्यों था. यह पैसा भारत के जरिए लंदन गया या यह पैसा चीन से हवाला के जरिए भारत होता हुआ लंदन भेजा गया. यह पैसा किस काम के लिए था. जांच एजेंसियों ने इन दस्तावेजों और ड्राफ्ट को लेकर एचएसबीसी बैंक इंडिया से भी पूछताछ की, लेकिन यहां के अधिकारियों ने ड्राफ्ट के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक इस मामले में बैंक द्वारा केवल संकेत दिए गए कि इस ड्राफ्ट पर जिस अधिकारी के हस्ताक्षर हैं, वह वास्तव में लंदन में ही तैनात है और इसकी सही जानकारी लंदन से ही मिल सकती है.


ऐसे में साढ़े तीन हजार करोड़ रुपये के ड्राफ्ट का रहस्य क्या है? जांच एजेंसियां जानना चाहती हैं कि कहीं चीन भारत को कोई बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचाने की साजिश में तो नहीं जुटा हुआ है, लिहाजा जांच एजेंसियों ने लंदन के एचएसबीसी बैंक से भी संपर्क साधा है. आयकर सूत्रों के मुताबिक इस बारे में जब ली पेंग से पूछताछ की गई तो उसने गोलमोल जवाब दिए. साथ ही जिस चीनी शख्स के नाम पर यह ड्राफ्ट है, उसके बारे में केवल इतना कहा कि वह उसका दोस्त है. यह ड्राफ्ट उसके मोबाइल में क्यों आया? इस बारे में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. ध्यान रहे कि अब तक की जांच में यह बात भी सामने आई है कि चार्ली के जरिए अनेक चीनी नागरिकों को भी पैसा दिया गया है और यह पैसा चीन से आया था. फिलहाल जांच एजेंसियों की जांच जारी है और आने वाले दिनों में चीनी साजिश के कुछ और खुलासे हो सकते हैं.


ये भी पढ़ें:


रिया चक्रवर्ती ने सुशांत सिंह राजपूत की बहन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, ये है मामला 


Exclusive: NCB से रिया चक्रवर्ती ने कहा, मैंने कभी ड्रग्स नहीं ली, सुशांत के लिए मंगवाती थी