(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Vice President Election 2022: उपराष्ट्रपति चुनाव में भी विपक्षी दलों में दरार, TMC ने चुनाव से दूरी बनाने का किया फैसला
Presidential Election 2022: राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष को एकजुट रखने की कोशिश नाकाम रहीं. अब उपराष्ट्रपति चुनाव में टीएमसी (TMC) न तो मार्ग्रेट अल्वा को और न ही जगदीप धनखड़ को समर्थन करेगी.
TMC on Vice Presidential Election: राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष एकजुट नहीं रह पाया, ये NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की बड़ी जीत से भी साफ हो गया. इस बीच अब उपराष्ट्रपति चुनाव (Vice Presidential Election) में भी विपक्षी दलों (Opposition Parties) में दरार नजर आ रहा है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) की पार्टी टीएमसी (TMC) ने उपराष्ट्रपति चुनाव से दूरी बनाने का फैसला किया है. टीएमसी ने एनडीए या फिर विपक्ष में से किसी भी प्रत्याशी का समर्थन नहीं करने का फैसला किया है.
तृणमूल कांग्रेस ने ये कहकर सभी को चौंका दिया है कि वो इस चुनाव से दूरी बनाएगी. वह न तो विपक्ष की उम्मीदवार मार्ग्रेट अल्वा को वोट करेगी और ना जगदीप धनखड़ को समर्थन करेगी.
उपराष्ट्रपति चुनाव में भी विपक्ष में दरार
उपराष्ट्रपति चुनाव में भी विपक्ष के कुनबे को संभालना उनके नेताओं के लिए मुश्किल साबित हो रहा है. राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष को एकजुट रखने की कोशिशे नाकाम रहीं और अब उपराष्ट्रपति चुनाव में भी विपक्षी दलों की परेशानी कम नहीं हुई. टीएमसी ने साफ तौर से कहा है कि वो न तो विपक्ष की उम्मीदवार मार्गेट अल्वा का साथ देंगी और ना ही जगदीप धनखड़ का समर्थन करेंगी.
TMC will not support NDA's Vice-Presidential candidate Jagdeep Dhankhar. The party will abstain from the upcoming Vice Presidential polls as it was decided in the meeting: TMC MP Abhishek Banerjee
— ANI (@ANI) July 21, 2022
(File pic) pic.twitter.com/gf12NiuhME
कांग्रेस का टीएमसी पर हमला
राष्ट्रपति चुनाव में यही वो टीएमसी थी, जिसने विपक्ष की अगुवाई की थी, लेकिन उपराष्ट्रपति चुनाव में इसने अलग राह पकड़ ली, जिसपर कांग्रेस ने हमला बोल दिया और कई गंभीर आरोप लगा दिए हैं. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जिन बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के साथ ममता बनर्जी की तकरार चलती थी, उन राज्यपाल ने उनको, असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा को बुलाया. तीनों में बैठक हुई और अगले दिन जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति बनाया गया. यह एक 'दार्जिलिंग पैक्ट' तीनों में हुआ.
नामांकन के दौरान भी बनाई थी दूरी
वहीं तृणमूल कांग्रेस (TMC) के इस रवैये पर उमर अब्दुल्ला ने भी हैरानी जताई और ट्वीट कर विपक्ष (Opposition) की एकजुटता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इससे पहले सोमवार को उपराराष्ट्रपति पद चुनाव (Vice Presidential Election) को लेकर मार्गेट अल्वा ने विपक्ष के साझा उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया था, लेकिन टीएमसी का कोई भी प्रतिनिधि इसमें शामिल नहीं हुआ. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, माकपा नेता सीताराम येचुरी समेत कई विपक्षी पार्टियों के नेता मौजूद रहे, लेकिन TMC ने नामांकन के दौरान दूरी बनाई.
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