Watch: भारत में बने 'शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम' का दोहरा परीक्षण सफल, कम ऊंचाई वाले हवाई खतरे होंगे बेअसर
VSHORADS Twin Tests: डीआरडीओ ने देश में बने एक अनूठे एयर डिफेंस सिस्टम का दोहरा परीक्षण किया है. सिस्टम से दो मिसाइलें दागी गईं. रक्षा मंत्रालय के मुताबिक परीक्षण सफल रहा.
Twin Tests Of India-Made Air Defence System: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने मंगलवार (14 मार्च) को ओडिशा तट के चांदीपुर से बहुत कम दूरी वाली वायु रक्षा प्रणाली (Very Short Range Air Defence System) का दोहरा परीक्षण किया. वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) से लगातार दो मिसाइल सफलतापूर्वक दागी गईं. इस परीक्षण का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें काउंटडाउन खत्म होते ही मिसाइल तेजी से आसमान की ओर जाती हुई दिखती है. इस वायु रक्षा प्रणाली को भारत में ही तैयार किया गया है. इसका उद्देश्य कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों को बेअसर करना है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हाई स्पीड वाले मानव रहित हवाई लक्ष्यों के खिलाफ जमीन आधारित पोर्टेबल लॉन्चर से उड़ान परीक्षण किए गए. यह भी बताया गया कि पोर्टेबल लॉन्चर मानव रहित नहीं थे. मंत्रालय के बयान में कहा गया कि मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा करते हुए टारगेट को सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट किया गया.
सफल परीक्षण का वीडियो
#DRDOUpdates | DRDO today conducted two consecutive successful flight tests of Very Short Range Air Defence System (VSHORADS) missile off the coast of Odisha. The missile is meant for neutralising low altitude aerial threats at short ranges. @DefenceMinIndia @SpokespersonMoD pic.twitter.com/9XMsod2T05
— DRDO (@DRDO_India) March 14, 2023
रक्षा मंत्री बोले- सिस्टम से सशस्त्र बलों को और तकनीकी बढ़ावा मिलेगा
डीआरडीओ और इंडस्ट्री पार्टनर्स की तारीफ करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नई तकनीकों से लैस मिसाइल सशस्त्र बलों को और तकनीकी बढ़ावा देगी. इस सिस्टम को डीआरडीओ की अन्य प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से हैदराबाद स्थित अनुसंधान केंद्र इमारत की ओर से स्वदेशी रूप में डिजाइन और विकसित किया गया है.
कई नई तकनीकों से लैस है यह एयर डिफेंस सिस्टम
मंत्रालय ने कहा, ''डीआरडीओ ने 14 मार्च को ओडिशा के तट पर चांदीपुर में, इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज में बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली से लगातार दो सफल उड़ान परीक्षण किए.'' मंत्रालय ने कहा कि मिसाइल डुअल बैंड आईआईआर सीकर, छोटे रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम और इंटीग्रेटेड एवियोनिक्स समेत कई नई तकनीकों से लैस है. वहीं, डीआरडीओ के चेयरमैन समीर वी कामत ने भी मिसाइल के लगातार सफल उड़ान परीक्षणों से जुड़ी टीमों को बधाई दी.
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