VSHORADS Missile Test: भारत ने रक्षा के क्षेत्र (Defence Sector) में एक और अहम पड़ाव को सफलतापूर्वक पार कर लिया है. रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने मंगलवार 27 सितंबर को कम दूरी पर मार करने वाली एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. यह मिसाइल सिस्टम हर मानकों पर खरा उतरा है. मिसाइल के सफर परीक्षण पर डीआरडीओ के अधिकारियों ने खुशी जाहिर की है.
मिली जानकारी के अनुसार डीआरडीओ ने ओडिशा (Odisha) के तट से दूर चांदीपुर की एकीकृत परीक्षण रेंज से ग्राउंड बेस्ड पोर्टेबल लॉन्चर से कम दूरी की मार करने वाली एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) मिसाइल का दो बार सफल परीक्षण किया. यह मिसाइल सिस्टम एक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPAD) है, जिसे DRDO के रिसर्च सेंटर इमरत (RCI) हैदराबाद द्वारा अन्य DRDO प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योग पार्टनरों के सहयोग से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है.
इस मिसाइल सिस्टम की खासियत
इस मिसाइल सिस्टम में कई नवीन तकनीकों को शामिल किया गया है, जिसमें शॉर्ट रिएक्शन कंट्रोल सिस्टम और एकीकृत एवियोनिक्स शामिल हैं, जो परीक्षणों के दौरान सफलतापूर्वक सिद्ध हुए हैं. कम दूरी पर कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों को बेअसर करने के लिए बनाई गई मिसाइल को दोहरे जोर वाली ठोस मोटर द्वारा संचालित किया जाता है. इस मिसाइल सिस्टम को आसानी से ऑपरेट करने की विधि को सुनिश्चित करने के लिए लांचर सहित मिसाइल के डिजाइन को अत्यधिक अनुकूलित किया गया है. दोनों उड़ान परीक्षण मिशन के उद्देश्यों को पूरी तरह से पूरा कर चुके हैं.
भारतीय सेना की ताकत में इजाफा
डीआरडीओ और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में इस मिसाइल सिस्टम का परीक्षण किया गया. VSHORADS मिसाइल सिस्टम कम दूरी तक हमला करने में सक्षम है. इसके खासतौर पर त्वरित प्रतिक्रिया वाली मिसाइल के रूप में तैयार किया गया है. ये मिसाइल सिस्टम हर मौसम में काम करने में सक्षम है. डीआरडीओ के अधिकारियों और इस प्रोजेक्ट से जुड़े रक्षा विशेषज्ञों ने इसके सफल परीक्षण पर खुशी जताई है. इस मिसाइल सिस्टम से भारतीय सेना की ताकत में जरूर इजाफा होगा.
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