DRDO Laser-Guided ATGM Test: भारत ने आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और सफलता हासिल की है. डीआरडीओ (DRDO) ने आज स्वदेशी रूप से विकसित लेजर-गाइडेड एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) का सफल परीक्षण किया है. लेजर-गाइडेड एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) का ये परीक्षण डीआरडीओ और भारतीय सेना (Army) के द्वारा किया गया. इस कामयाबी पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने डीआरडीओ और भारतीय सेना को बधाई दी है.
ये परीक्षण महाराष्ट्र में केके रेंज में आर्मर्ड कोर सेंटर एंड स्कूल (एसीसी एंड एस) अहमदनगर के सहयोग से मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी) अर्जुन से सफलतापूर्वक किया गया है. मिसाइलों ने सटीकता के साथ प्रहार किया और दो अलग-अलग रेंज में लक्ष्यों को सफलतापूर्वक मात दी.
एटीजीएम को मल्टी-प्लेटफॉर्म लॉन्च क्षमता के साथ विकसित किया गया है और वर्तमान में मुख्य युद्धक टैंक (एमबीटी) अर्जुन की 120 मिमी राइफल्ड गन से तकनीकी मूल्यांकन परीक्षण चल रहा है. लेजर गाइडेड एटीजीएम एक्सप्लोसिव रिएक्टिव आर्मर (ईआरए) संरक्षित बख्तरबंद वाहनों को हराने के लिए एक टेंडेम हाई एक्सप्लोसिव एंटी-टैंक (हीट) वारहेड का इस्तेमाल करता है.
एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण
आज के परीक्षणों के साथ, एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) की न्यूनतम से अधिकतम सीमा तक लक्ष्यों को शामिल करने की क्षमता की स्थिरता सफलतापूर्वक स्थापित की गई है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने लेजर गाइडेड एटीजीएम के सफल प्रदर्शन के लिए डीआरडीओ (DRDO) और भारतीय सेना (Army) की सराहना की है. वहीं रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने लेजर गाइडेड एटीजीएम के परीक्षण फायरिंग से जुड़ी टीमों को बधाई दी.
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