नई दिल्ली: डायरेक्टोरेट ऑफ़ रेवेन्यू इंटेलीजेंट (डीआरआई) ने ऑपरेशन मोंटे कार्लो चला कर लग्ज़री कारों की स्मगलिंग का एक बड़ा रैकेट पकड़ा है. ये स्मगलिंग डिप्लोमैटिक विशेषाधिकार के नाम पर हो रही थी. देश भर के कुल 7 शहरों में इस तरह के अभियान चलाए गए जिससे 6 लग्ज़री कारों को बरामद किया गया है. ऐसी अन्य कई कारों पर भी नज़र रखी जा रही है.
किस तरह से चल रहा था ये रैकेट?
डिप्लोमैटिक कार्गो पर कस्टम ड्यूटी की छूट होती है. इसी नियम का फ़ायदा उठा कर अपराधी सरकार को करोड़ों रूपए का चूना लगा रहे थे. अगर एक लग्ज़री कार की क़ीमत एक करोड़ रूपए है तो नियमतः, सभी तरह के टैक्स मिला कर, उस कार पर सरकार को दो करोड़ चार लाख रूपए टैक्स के रूप में मिलने चाहिए. लेकिन पकड़े गए अपराधी पिछले पांच सालों से सरकार की आंखों में धूल झोंक कर इस पूरी रक़म को डकार जा रहे थे.
विदेश से भारत पहुंची थीं ये लग्ज़री कारें
कार स्मगलिंग से जुड़े अपराधी लग्ज़री कारों पर लगने वाले कुल टैक्स यानी कार के मूल्य का 204% दिए बिना इंग्लैंड, यूएई और जापान से लग्ज़री कारें मंगा कर भारत में बेंच रहे थे. किसी राजनयिक के नाम पर लग्ज़री कारें बुक की जाती थीं और भारत में किसी अन्य व्यक्ति को बेंच दी जाती थीं.
डीआरआई ने इन कारों का पीछा किया
इस बार दुबई स्थित एक व्यक्ति भारत में सेकेंड हैंड ( प्री ओंड) लग्ज़री गाड़ियों की चेन चलाने वाली कम्पनी बिग बॉयएज़ टॉयज़ के सीईओ निपुन मिगलानी को ये कारें बेंच रहा था. ये कारें महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के आरटीओ ऑफ़िस में रजिस्टर होनी थीं. इनमें से एक कार पर डीआरआई के अधिकारियों ने नज़र रखी तो पाया कि उसे मुंबई पोर्ट से सीधे अंधेरी के एक शोरूम में ले जाया गया और वहाँ आम ग्राहकों के डिस्प्ले के लिए रख दिया गया. ये लग्ज़री कार एक अफ्रीकी देश के दिल्ली स्थित डिप्लोमैट के नाम पर मंगाई गई थी.
लग्ज़री कार टैक्स चोरी रैकेट के 3 अपराधी गिरफ़्तार
इस मामले में अब तक गुरुग्राम के एक कार डीलर सहित कुल 3 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है -
1- लियाक़त बचऊ खान
2- निपुन मिगलानी ( सीईओ, बिग बॉयज़ टॉयज़ )
3- सुरिया अर्जुनान
सरकार को 25 करोड़ रूपए का चूना
पिछले पांच सालों में डिप्लोमैट के नाम पर 20 से अधिक लग्ज़री गाड़ियाँ भारत में स्मगल की गई हैं. जिससे सरकार को टैक्स का 25 करोड़ रूपए से अधिक का नुक़सान हुआ है. DRI ने ऑपरेशन मोंटे कार्लो चला कर पकड़ा लग्ज़री कारों की स्मगलिंग का एक बड़ा रैकेट.
डिप्लोमैटिक विशेषाधिकार के नाम पर हो रही थी स्मगलिंग
204% कस्टम ड्यूटी दिए बिना इंग्लैंड, यूएई और जापान से लग्ज़री कारें मंगा कर भारत में बेंच रहे थे. डिप्लोमैटिक कार्गो पर कस्टम ड्यूटी की छूट होती है. किसी राजनयिक के नाम पर लग्ज़री कारें बुक की जाती थीं और भारत में किसी अन्य व्यक्ति को बेंच दी जाती थीं. इस बार दुबई स्थित एक व्यक्ति भारत में सेकेंड हैंड ( प्री ओंड) लग्ज़री गाड़ियों की चेन चलाने वाली कम्पनी बिग बॉयएज़ टॉयज़ के सीईओ निपुन मिगलानी को ये कारें बेंच रहा था. ये कारें महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और पंजाब के आरटीओ ऑफ़िस में रजिस्टर होनी थीं.
इनमें से एक कार पर डीआरआई के अधिकारियों ने नज़र रखी तो पाया कि उसे मुंबई पोर्ट से सीधे अंधेरी के एक शोरूम में ले जाया गया और वहाँ आम ग्राहकों के डिस्प्ले के लिए रख दिया गया. ये लग्ज़री कार एक अफ्रीकी देश के दिल्ली स्थित डिप्लोमैट के नाम पर मंगाई गई थी. देश भर में कुल 7 शहरों में इस तरह के अभियान चलाए गए जिससे 6 लग्ज़री कारों को बरामद किया गया है. ऐसी अन्य कई कारों पर भी नज़र रखी जा रही है. इस मामले में अब तक गुरुग्राम के एक कार डीलर सहित कुल 3 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है -
1- लियाक़त बचऊ खान
2- निपुन मिगलानी
3- सुरिया अर्जुनान
पिछले पांच सालों में डिप्लोमैट के नाम पर 20 से अधिक लग्ज़री गाड़ियां भारत में स्मगल की गई हैं. जिससे सरकार को टैक्स का 25 करोड़ रूपए से अधिक का नुक़सान हुआ है.
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