नई दिल्ली: अगर आप दिल्ली पुलिस के आंकड़ों पर जाएंगे तो शराब पीकर महिलाओं के गाड़ी चलाने को लेकर कुछ अलग ही जानकारी मिलेगी. 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की एक खबर के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने अपने ट्रैफिक आंकड़ों में बताया कि साल 2017 में एक भी महिला ड्राइवर पर ड्रिंक एंड ड्राइव मामले में जुर्माना नहीं किया गया है. वहीं साल 2018 में अभी तक सिर्फ एक महिला पर शराब पीकर गाड़ी चलाने के कारण जुर्माना किया गया है. इसके अलावा अन्य ट्रैफिक अपराधों में भी महिलाओं की संख्या बेहद कम है.
दिल्ली पुलिस ने कहा, "पुरूष ड्राइवर के मुकाबले महिला ड्राइवरों की संख्या बेहद कम है इस अपराध के आंकड़ों में भी महिलाओं की संख्या काफी कम है. दिल्ली में एक महिला ड्राइवर के मुकाबले 71 पुरूष ड्राइवर हैं." 2017 में 26 लाख चालान काटे गए थे जिसमें से सिर्फ 600 महिलाएं शामिल हैं.
ज्वाइंट कमिश्नर(ट्रैफिक) गरिमा भट्नागर ने इन आंकड़ों को सही ठहराते हुए कहा, "महिला पुरूषों के मुकाबले ज्यादा सावधानी से गाड़ी चलाती हैं. इसलिए उनके खिलाफ इतने कम मामले दर्ज हैं." पिछले साल 1,67,867 ड्राइवरों को ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने के कारण पकड़ा गया जिसमें से सिर्फ 44 महिलाएं शामिल हैं. गाड़ी तेज चलाने के कारण 1,39,471 लोगों को पकड़ा गया था जिसमें से सिर्फ 514 महिलाएं शामिल हैं.
एक ट्रैफिक पुलिस ऑफिसर ने कहा, "आमतौर पर महिलाएं पुरूषों के मुकाबले बेहद सावधानी से गाड़ी चलाती हैं. ज्यादातर एक्सीडेंट टर्न लेते समय होते हैं, महिलाएं सावधानी से टर्न लेती हैं. ट्रैफिक अपराधों में महिलाओं की संख्या कम होने का मतलब है कि वे अच्छी ड्राइवर हैं."