जम्मू: अमरनाथ यात्रा के दौरान हुए आतंकी हमले के दौरान बस ड्राइवर सलीम की सभी तारीफ कर रहे हैं. आतंकियों के नापाक इरादों को ध्वस्त करने में सलीम की अहम भूमिका रही. जिस बस पर आतंकियों ने हमला किया उस बस को सलीम चला रहे थे. सलीम ने गोलियों की बौछार के बीच बस नहीं रोकी और बस को आतंकियों की पहुंच से दूर ले जाने में कामयाब रहे.
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल ने यात्रियों की जान बचाने वाले बस ड्राइवर सलीम को दो लाख रुपये इनाम देने का एलान किया. गुजरात सीएम विजय रुपाणी ने भी सलीम की तारीफ की. उन्होंने कहा कि सलीम का नाम वीरता पुरस्कार के लिए भेजा जाएगा.
फायरिंग के बीच सलीम चलाते रहे बस
अमरनाथ यात्रा से लौट रही बस में 56 यात्री सवार थे अगर आतंकी बस में चढ़ने में कामयाब हो जाते तो स्थिति और भी खराब हो सकती थी. इस हमले के बाद सलीम ने बताया, "उस दिन तो मालिक ने मेरी मदद की, मालिक की मर्जी थी बचाना इसलिए मैं गाड़ी लेकर चल पड़ा. अचानक से रात को करीब 8 बजे पहले सामने से फायरिंग हुई फिर हद से ज्यादा फायरिंग होने लगी. फायरिंग के बीच आड़ा होकर मैं गाड़ी चलाता रहा". सलीम का कहना है कि जिन आतंकियों ने ये हमला किया है उन्हें छोड़ा नहीं जाना चाहिए. आपको बता दें सलीम की तारीफ गुजरात के सीएम विजय रुपानी ने भी की है. रुपानी सलीम का नाम वीरता सम्मान के लिए भी भेजेंगे.
क्या है पूरा मामला ?
अमरनाथा यात्रा पर कल बीती शाम बड़ा आतंकी हमला हुआ था. इस हमले में 7 लोगों की मौत हो गई और 19 लोग जख्मी हो गए हैं. बस पर फायरिंग तब हुई जब ये बस अमरनाथ यात्रा पूरी करके लौट रही थी. ये आतंकी हमला और भी बड़ा हो सकता था अगर बस ड्राइवर सलीम होशियारी न दिखाते. जब बस पर आतंकियों ने गोलियां बरसानी शुरू की तब सलीम ने बस रोकी नहीं और बस के एक्सिलेटर को दबाते रहे. सलीम अगर अपनी सूझबूझ न दिखाते तो ये आतंकी हमला और भी बड़ा हो सकता था. सलीम बड़ी ही तेजी से मिलिट्री कैंप तक बस को बिना रोके ले गए.
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