Presidential Election: JMM के समर्थन के बाद अब कितनी बड़ी जीत हासिल कर सकती हैं द्रौपदी मुर्मू? जानें वोटों का पूरा गणित
Presidential Election 2022: झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थन से NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी दो-तिहाई पक्की हो गई है.
Presidential Election 2022: एनडीए (NDA) की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) को झारखंड (Jharkhand) के क्षेत्रीय दल और सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) ने भी समर्थन की घोषणा कर दी है. अब बीजद (BJD), वाईएसआरसीपी (YSRCP), बसपा, अन्नाद्रमुक (AIADMK), जद (एस), तेलुगू देशम पार्टी (Telugu Desam Party), शिरोमणि अकाली दल, शिवसेना और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) जैसे क्षेत्रीय दलों के समर्थन के साथ राष्ट्रपति पद के लिये द्रौपदी मुर्मू की वोट हिस्सेदारी करीब दो-तिहाई पहुंच सकती है.
इसके साथ ही वह इस शीर्ष संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला बन सकती हैं. देश में 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं. फिलहाल द्रौपदी मुर्मू की वोट हिस्सेदारी 61 प्रतिशत से ज्यादा हो सकती है, जिसके नामांकन पत्र दाखिल करने के समय करीब 50 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया जा रहा था.
मुर्मू के पास 6.67 लाख से अधिक वोट का समर्थन
द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की उम्मीदवार के पास अब कुल 10,86,431 मतों में से 6.67 लाख से अधिक वोट हैं. इनमें 3.08 लाख वोट सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके सहयोगी दलों के हैं. बीजू जनता दल (बीजद) के करीब 32,000 वोट हैं, जो कुल मतों का करीब 2.9 प्रतिशत है. ओडिशा की 147 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के 114 विधायक हैं, जबकि बीजेपी के 22 विधायक हैं. लोकसभा में बीजद के 12 और राज्यसभा में 9 सदस्य हैं.
कई क्षेत्रीय पार्टियों का मिला समर्थन
द्रौपदी मुर्मू को अन्नाद्रमुक (17,200 वोट), वाईएसआर-कांग्रेस पार्टी (करीब 44,000 वोट), तेलुगु देशम पार्टी (करीब 6,500 वोट), शिवसेना (25,000 वोट) और जनता दल (सेक्युलर) (करीब 5,600 वोट) का भी समर्थन मिल रहा है. हाल में संपन्न राज्यसभा चुनावों के परिणाम के बाद उच्च सदन में बीजेपी सदस्यों की संख्या 92 हो गयी है. वहीं लोकसभा में उसके कुल 301 सदस्य हैं.
उत्तर प्रदेश समेत चार राज्यों में कुछ महीने पहले संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जबरदस्त जीत से इस दिशा में उसे मजबूती मिली है. उत्तर प्रदेश के प्रत्येक विधायक का राष्ट्रपति चुनाव में मत मूल्य अन्य किसी राज्य के विधायक से अधिक है.
राष्ट्रपति बनने की प्रबल दावेदार
एनडीए में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के विधायकों की संख्या 2017 के राष्ट्रपति चुनावों के दौरान रही उनकी संख्या से कम है, लेकिन उनके सांसदों की संख्या तब से बढ़ गयी है. मुर्मू अगर राष्ट्रपति बन जाती हैं, तो स्वतंत्रता के बाद जन्मी इस शीर्ष पद पर पहुंचने वाली पहली नेता होंगी. राष्ट्रपति चुनाव के निर्वाचक मंडल में करीब आधा मत मूल्य बीजेपी के पास है, जिसमें उसके विधायक भी हैं. सहयोगी दलों जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, अपना दल और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ अन्य दलों के मत जोड़ने से उसकी ताकत और बढ़ जाती है.
दूसरी तरफ विपक्षी संप्रग (UPA) के सांसदों के वोट डेढ़ लाख से कुछ अधिक हैं और राज्यों से उसके विधायकों के मतों की संख्या भी करीब इतनी ही होगी. राष्ट्रपति चुनाव (President Election) 18 जुलाई को होगा और परिणाम 21 जुलाई को घोषित किये जाएंगे.
इसे भी पढ़ेंः
Monkeypox Case In India: देश में मंकीपॉक्स का पहला केस, UAE से केरल लौटे शख्स में हुई पुष्टि