Droupadi Murmu Speech in Parliament: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि आतंकवाद हो या विस्तारवाद, देश की सेनाएं 'जैसे को तैसा' की नीति के साथ जवाब दे रही हैं. जम्मू कश्मीर में सुरक्षा का वातावरण है। वहां हड़ताल का सन्नाटा नहीं बल्कि भीड़-भाड़ वाले बाजार की चहल-पहल है. नॉर्थ-ईस्ट में अलगाववाद की घटनाओं में भी भारी कमी आई है. ये बातें उन्होंने बुधवार (31 जनवरी, 2024) को संसद के दोनों सदनों - लोकसभा और राज्यसभा - की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के दौरान कहीं.  


स्पीच के दौरान राष्ट्रपति ने सरकार के कामकाज का ब्योरा दिया. उन्होंने यूपी के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और लोकसभा के साथ राज्यों की विधानसभाओं में महिला आरक्षण से जुड़े प्रावधान वाले कानून पारित होने का जिक्र करते हुए ऐलान किया कि सरकार परीक्षा में होने वाली गड़बड़ी को लेकर युवाओं की चिंताओं से अवगत है. वह इसे रोकने के लिए एक कानून बनाएगी.


यह थी नए संसद भवन में द्रौपदी मुर्मू की पहली स्पीच


नई दिल्ली स्थित नए संसद भवन में पहले संबोधन में वह बोलीं कि यहां ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की महक है. कोई देश तभी तेज गति से प्रगति कर सकता है जब वह अतीत की चुनौतियों को परास्त कर देता है और भविष्य के निर्माण के लिए अधिकतम ऊर्जा लगाता है. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 10 साल में देश ने ऐसी परियोजनाओं को पूरा होते देखा जिनके लिए लोग दशकों से इंतजार कर रहे थे।’’ 






"हम पहले कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में थे..."


राष्ट्रपति ने आगे बताया कि अयोध्या में ‘राम मंदिर के निर्माण की आकांक्षा सदियों से थी जो कि सच हो चुकी है.’’ आगे जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर पैदा आशंकाओं का उल्लेख करते हुए कहा, वे अब इतिहास बन चुकी हैं.  देश की आर्थिक स्थिति को लेकर द्रौपदी मुर्मू ने आगे बताया कि दुनिया भर में गंभीर संकटों के बीच भारत सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्था है और लगातार पिछली दो तिमाही में देश की विकास दर साढ़े सात प्रतिशत रही. भारत को पहले दुनिया की पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में शामिल किया जाता था जो अब विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. 


‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ का किया जिक्र


केंद्र की प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति बोलीं कि ‘रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म’ को सरकार ने लगातार जारी रखा है। उन्होंने इस दौरान महिला आरक्षण कानून पारित होने का उल्लेख भी किया और कहा, ‘‘मैं नारी शक्ति वंदन अधिनियम को पारित करने के लिए सदस्यों का अभिवादन करती हूं. यह मेरी सरकार के महिला नीत विकास के संकल्प को मजबूत करता है.’’


विकसित भारत के राष्ट्रपति ने गिनाए ये 4 स्तंभ


द्रौपदी मुर्मू के मुताबिक,‘‘भारत को पहले 5 सबसे नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में शामिल किया जाता था. आज हम दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए हैं.’’ राष्ट्रपति बोलीं, ‘‘दुनिया भर में गंभीर संकट के बीच भारत सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है. विकसित भारत की भव्य इमारत 4 स्तंभों - युवा शक्ति, नारी शक्ति, किसान और गरीब - पर खड़ी होगी. इन चार स्तंभों को सशक्त करने के लिए सरकार लगातार काम कर रही है.’’