कभी 21 हजार करोड़ का मिला ड्रग्स तो कभी करोड़ों की ई-सिगरेट, नशे का अड्डा बना गुजरात का मुंद्रा पोर्ट
Gujarat Drugs Smuggling: जब-जब ड्रग्स की सप्लाई की बात होती है उस समय गुजरात के मुंद्रा पोर्ट का नाम जरूर सामने आता है. इस आर्टिकल में जानिए कब-कब यहां से कितनी ड्रग्स और ई-सिगरेट बरामद की गई.
Drugs Smuggling From Mundra Port: गुजरात का मुंद्रा बंदरगाह नशे की सप्लाई को लेकर बदनाम हो चुका है. कुछ महीने ही गुजरते हैं कि मुंद्रा बंदरगाह से नशे की खेप को बरामद किए जाने की खबर आ जाती है. ये वही पोर्ट है, जहां से 21 हजार करोड़ की ड्रग्स बरामद हुई थी. वहीं आए दिन इस पोर्ट से करोड़ों की ई-सिगरेट भी जब्त की जाती है. चलिए आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि बीते कुछ समय में मुंद्रा बंदरगाह से कितनी ड्रग्स और ई-सिगरेट बरामद हो चुकी है.
21 हजार करोड़ की ड्रग्स
पिछले साल सितंबर महीने में मुंद्रा बंदरगाह से 21 हजार करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद हुई थी. इस मामले में एनआईए (NIA) की टीम ने अभी तक 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. एनआईए इस मामले में टेरर लिंक पर भी जांच कर रही है. तालिबान (Taliban) से जुड़े लोगों की भूमिका को भी खास तरह से देखा जा रहा है. जांच एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि तालिबान कम समय में ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार है.
20 करोड़ की ड्रग्स
गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर अफगानिस्तान से ड्रग्स लाई गई थी, जिसे वहां से दिल्ली भेजा गया. गुजरात एटीएस और दिल्ली पुलिस क्राइम बांच ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया और करीब 20 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद की. इस मामले में जांच एजेंसियां नार्को टेरर एंगल से भी तफ्तीश कर रही हैं. जांच एजेंसी ने एक अफगानिस्तान के नागरिक को दिल्ली के वसंत कुंज इलाके से हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया था, जिसका नाम वाजिदुल्ला बताया गया. नोएडा से भी ड्रग्स की बड़ी खेप बरामद की गई थी और यह ड्रग्स भी मुंद्रा पोर्ट से आई थी.
376 करोड़ की हेरोइन
गुजरात के कच्छ जिले के मुंद्रा बंदरगाह के पास से करीब 75.3 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई. गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने बताया कि कंटेनर में रखे कपड़े के 540 थान का बारीकी से निरीक्षण करने पर उनमें से 64 के अंदर हेरोइन पाउडर मिला था. आपको बता दें कि एटीएस द्वारा बरामद की गई 75.3 किलोग्राम हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 376.5 करोड़ रुपये तक बताई जा रही है.
17 करोड़ की विदेशी सिगरेट बरामद
खुफिया राजस्व निदेशालय (डीआरआई) ने मुंद्रा पोर्ट से अवैध आयात के मामले में एक नौवहन कंपनी के प्रबंध निदेशक समेत तीन लोगों को 6 मई को गिरफ्तार किया था. जांच एजेंसी के मुताबिक, करीब 17 करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी ब्रांड की फिल्टर सिगरेट आयात की गई थी.
पहले 20 करोड़ और अब 48 करोड़ की ई-सिगरेट बरामद
18 सितंबर को जानकारी आई कि सूरत और अहमदाबाद की डीआरआई की टीम ने संयुक्त अभियान में 48 करोड़ रुपये की ई-सिगरेट जब्त की है. बताया गया कि चीन से मुंद्रा बंदरगाह पहुंचे दो कंटेनरों की डीआरआई टीम ने जांच की, जिसमें 48 करोड़ रुपये की ई-सिगरेट (E-Cigarette) मिली. वहीं कुछ दिन पहले भी मुंद्रा पोर्ट पर एक कंटेनर से 85 हजार ई-सिगरेट मिली थी, जिनकी बाजार की कीमत 20 करोड़ बताई गई.
'गुजरात ड्रग्स का सेंटर बन गया है'
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी भी इस मुद्दे पर सरकार को निशाने पर ले चुके हैं. बीते दिनों उन्होंने बयान दिया, "गुजरात ड्रग्स का सेंटर बन गया है और सारे ड्रग्स मुंद्रा पोर्ट से निकल रहे हैं, लेकिन आपकी सरकार यहां कार्रवाई नहीं कर रही है. इसका क्या कारण है? हर 2-3 महीने में मुंद्रा पोर्ट में ड्रग्स मिलते हैं जो गुजरात के युवाओं के भविष्य को नष्ट कर रहे हैं."
'मुंद्रा पोर्ट ड्रग तस्करी का अड्डा बन गया है'
उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने भी सरकार पर कई तरह के सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, "गुजरात में अडानी का मुंद्रा पोर्ट शायद दुनिया का सबसे बड़ा ड्रग तस्करी का अड्डा बन गया है! पिछले एक साल में यहां कई मौकों पर 20 हजार करोड़ से ज्यादा की तस्करी का नशा पकड़ा गया है. फिर भी कोई कार्रवाई नहीं? कोई अनुमान क्यों?"
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