मुंबई में ड्रग्स फैक्ट्री का खुलासा, डी-कंपनी ने 5 साल में कमाए 1500 करोड़ रुपये
नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने बताया कि UAE और मीडल ईस्ट के जिन देशों में यह ड्रग्स सप्लाई होता हैं, वहां की जांच एजंसी के साथ भी यह जानकारी साझा की जाएगी.
नई दिल्ली: डी-कंपनी के ड्रग्स मामले में एनसीबी ने बड़ा खुलासा किया है. एनसीबी सूत्रों के मुताबिक डी-कंपनी ने पिछले पांच साल में ड्रग्स बेचकर करीब 1500 करोड़ रुपये कमाए हैं. इस कमाई का बड़ा हिस्सा हवाला के जरीए दुबई में पहुंचा दिया गया. एनसीबी ने शक जताया है कि ड्रग्स के इस पैसे का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में किया गया. एनसीबी, डी-कंपनी ड्रग्स रैकेट की जांच के दौरान मिली जानकारी को ईडी और सीबीआई के साथ साझा करेगी. वहीं एनसीबी ने मुंबई में ड्रग्स फैक्ट्री का भी खुलासा किया है.
नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने बताया कि UAE और मीडल ईस्ट के जिन देशों में यह ड्रग्स सप्लाई होता हैं, वहां की जांच एजंसी के साथ भी यह जानकारी साझा की जाएगी. दुबई में एक बड़ा ड्रग्स माफिया है जो मुंबई में सक्रिय इन ड्रग्स सप्लायर्स के संपर्क में था. NCB को जो सबूत हाथ लगे हैं उससे इस बात के लिंक मिले हैं कि गिरफ्तार आरोपी चिंकू पठान और फरार ड्रग्स माफिया डी-कंपनी के अनिस इब्राहिम और फहीम मचमच के संपर्क थे. वहीं फूड पैकेट में छिपाकर रखे जिस ड्रग्स को आरोपी आरीफ भुजवाला के घर से बरामद किया गया था, उस पर विदेशी लेबल लगा था.
फैक्ट्री का खुलासा
NCB के जरिए मुंबई के डोंगरी इलाके में चल रहे ड्रग्स फैक्ट्री के खुलासे के बाद चौंकाने वाली जानकारी समने आई है. डॉन करीम लाला का पठान गैंग एक बार फिर मुंबई में सक्रिय हो गया हैं. डी-कंपनी के साथ मिलकर पठान गैंग ड्रग्स का धंधा ऑपरेट कर रहा है. एनसीबी सूत्रों का कहना है कि गोल्ड और इलेक्ट्रॉनिक सामानों की स्मगलिंग का धंधा बंद होने के बाद काफी समय तक पठान गैंग शांत था लेकिन पिछले कुछ सालों से पठान गैंग दोबारा सक्रिय हो गया हैं और ड्रग्स के धंधे में डी-कंपनी के साथ मिलकर काम कर रहा हैं.
डायरी में मिले कई नाम
एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी परवेज उर्फ चिंकू पठान रिश्ते में करीम लाला का पोता लगता हैं. एनसीबी को पठान गैंग के टॉप 7 ड्रग्स सप्लायर्स के नाम फरार आरोपी आरीफ भुजवाला की डायरी में मिले हैं. इसके अलावा मुंबई, अन्य राज्यों और विदेशों में ड्रग्स की सप्लाई करने वाले टॉप-20 ड्रग्स माफियाओं के नाम भी आरीफ भुजवाला की डायरी में मिले हैं. पठान गैंग ने ड्रग्स की कमाई का पैसा रियल इस्टेट में निवेश किया हैं. एनसीबी को ड्रग्स पैडलर से पूछताछ में पता चला है कि कई और ड्रग्स लैब मुंबई में सक्रिय हैं. NCB ने शुक्रवार को भी एक लैब पर छापेमारी कर पठान गैंग के एक टॉप ड्रग्स सप्लायर को हिरासत में लिया है. इस आरोपी के पास से ड्रग्स भी बरामद किया गया है.
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