नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बचाव उपकरणों की आड़ में मादक पदार्थों की तस्करी हो सकती है. इंटरपोल की इस सूचना के बाद सीबीआई ने तमाम राज्यों केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय एजेंसियों को इस बाबत अलर्ट जारी किया है. सीबीआई का कहना है कि कोरोना से संबंधित जो भी उपकरणों की खेप आ रही है उनकी बारीकी से जांच की जाए.


सीबीआई के मुताबिक जहां एक तरफ पूरा विश्व कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ मादक पदार्थों के अंतरराष्ट्रीय तस्कर इस महामारी की आड़ का फायदा उठाने में लग गए हैं. सीबीआई को इंटरपोल ने सूचित किया है कि कोरोना महामारी से संबंधित जो उपकरणों की खेप आ रही है उनकी बारीकी से जांच की जाए क्योंकि इन उपकरणों की खेपों की आड़ में अंतर्राष्ट्रीय तस्कर मादक द्रव्यों का जखीरा भी भेज सकते हैं.


ध्यान रहे कि ऐसी खेप हवाई जहाज या पानी के जहाजों के जरिए एक जगह से दूसरी जगह भेजी जाती हैं. साथ ही देशों में पहुंचने के बाद उपकरणों की यह खेप विभिन्न वाहनों के जरिए एक जगह से दूसरी जगह भेजी जाती हैं. यह भी ध्यान रहे की भारत-पाकिस्तान सीमा पर पिछले दिनों मादक द्रव्यों की एक बड़ी खेप पकड़ी गई थी जिसमें अनेक लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है.


सीबीआई के प्रवक्ता आरके आर के गौड़ के मुताबिक इंटरपोल की सूचना के आधार पर सभी राज्यों केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय एजेंसियों को भी सूचना दे दी गई है कि वह इस तरफ विशेष ध्यान रखें और ऐसी आने वाली खेपो की बारीकी से जांच करें. सीबीआई का मानना है कि इंटरपोल ऐसे अलर्ट तभी जारी करता है जब उसे पुख्ता सूचना होती है कि जो सूचना दी जा रही है. उस बाबत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई ना कोई साजिश रची जा रही है.