(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
अकाली दल से निकाले गए हरमीत सिंह कालका का एलान- सिखों के हक के लिए दिल्ली में बनाएंगे नई पार्टी
पार्टी से बाहर किए जाने के बाद हरमीत सिंह कालका ने कहा कि DSGMC ने अपने सभी सदस्यों के साथ सिखों के धार्मिक मुद्दों को सुलझाने के लिए दिल्ली में एक नई पार्टी बनाने का निर्णय लिया है.
शिरोमणि अकाली दल ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए हरमीत सिंह कालका को पार्टी से निष्कासित कर दिया. वह वर्तमान में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (DSGMC) के अध्यक्ष हैं. पंजाब चुनाव में शिरोमणि अकाली दल की करारी हार के बाद से ही दिल्ली में पार्टी का कुनबा बिखरने लगा था.
पार्टी से बाहर किए जाने के बाद हरमीत सिंह कालका ने कहा कि DSGMC ने अपने सभी सदस्यों के साथ सिखों के धार्मिक मुद्दों को सुलझाने के लिए दिल्ली में एक नई पार्टी बनाने का निर्णय लिया है. शिअद में रहते हुए हमें निर्णय लेने में राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा. जाहिर सी बात है शिअद मुझे निकाल देगी.
हम शिअद के सिद्धांतों पर नई पार्टी बनाएंगे, हमें उम्मीद है कि हम दिल्ली के सिखों के मुद्दों को उठा सकते हैं और स्वतंत्र रूप से निर्णय ले सकते हैं. यह ऐतिहासिक है कि एक पार्टी होने के साथ ही हमने राजनीति से अलग रहने का फैसला किया है.
DSGMC with all its members has taken a decision to float a new party in Delhi to resolve the religious issues of Sikhs. We faced political challenges in taking decisions while being in SAD. It's obvious that SAD will expel me: DSGMC chief Harmeet Singh Kalka pic.twitter.com/AerYSh6xXM
— ANI (@ANI) March 16, 2022
पंजाब विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के अबतक के सबसे खराब प्रदर्शन के बाद शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के कद्दावर नेता प्रकाश सिंह बादल ने सोमवार को कहा था कि कभी-कभी पार्टियों के सामने उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन शिअद राज्य के हितों के लिए संघर्ष करता रहेगा. आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस तथा शिअद-बसपा गठबंधन को धूल चटाते हुए 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 92 सीटें जीती हैं. शिअद बस तीन सीटें जीत पाया.
कई राजनीतिक दिग्गजों में पांच बार के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उनके बेटे एवं शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल विधानसभा चुनाव में क्रमश: लम्बी और जलालाबाद सीटों से चुनाव हार गये.
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