नई दिल्ली: देश के युवाओं में नशाखोरी की बढ़ती समस्या को संज्ञान में लेते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ इसके दुष्परिणामों पर व्यापक चर्चा करेगा. साथ ही इस समस्या को जड़ से खत्म करने उद्देश्य से नशामुक्ति अभियान की शुरुआत करेगा. छात्रसंघ देश के युवाओं से 'ड्रग्स मुक्त, प्राकृतिक एवं स्वस्थ भारत' बनाने के इस अभियान में साथ आने के आह्वान कर रहा है.


बॉलीवुड से में ड्रग्स के सेवन की जिस प्रकार की कहानियां निकल कर आ रही हैं उनका देश के युवाओं पर बहुत अत्यधिक नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ छात्र समुदाय में ड्रग्स द्वारा किस प्रकार समाज और परिवार को गहरे खड्डे में धकेला जा रहा है यह युवाओं को समझाने का प्रयास करेगा.


दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ अध्यक्ष श्री अक्षित दहिया ने कहा, "सुशांत सिंह राजपूत की मौत की जांच से सिनेमा जगत और ड्रग्स माफिया के बीच के गठजोड़ का जो खुलासा हो रहा है वह दर्शाता है कि समस्या कितनी भयावह है. ड्रग्स के मामलों में फिल्म जगत की संलिप्तता की व्यापक जांच होनी चाहिए. दोषियों को न्यायोचित सजा मिलनी चाहिए. राष्ट्र के युवा को ड्रग्स की समस्या के विषय में जागरूक किया जाना समय की मांग है. अतः दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ ने ड्रग्स और नशे की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए यह अभियान शुरू किया है. हमें आशा है कि देश का युवा हमारे साथ मिलकर इस समस्या से लड़ेगा.'


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