मुम्बई: देश में कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद से पूरा देश इस वायरस को लेकर अलर्ट पर है. ऐसे में मुम्बई पोर्ट ट्रस्ट ने भी चीन से आने वाले यात्रियों और जहाजों पर आगमन के लिए प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही चीन के नागरिकों को देश मे आने और देश छोड़कर जाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. हर शख्स की जहाज पर थर्मल स्कैनिंग भी की जा रही है.


मुम्बई पोर्ट ट्रस्ट ने कोरोना वायरस को लेकर गाइड लाइन जारी कर चीन, हांगकांग, मलेशिया और अन्य संक्रमित देशों से आने वाले लोगों पर बंदरगाह पर उतरने के लिए पाबंदी लगाई है. मर्चेन्ट नेवी के बड़े जहाज़ जो डीप-सी यानी गहरे समंदर में हैं वहां पर बॉम्बे पोर्ट ट्रस्ट के अधिकारी पूरे एहतियात और मास्क पहनकर तमाम लोगों की शिप पर जाकर थर्मल स्क्रीनिंग कर रहे हैं. सभी चीनी मुसाफिरों का वीज़ा रदद् कर दिया गया है उन्हें देश में आने और जाने की इजाजत नहीं है. यहां तक की पोर्ट पर उतरने की भी मनाही है. ह्यूमन वेस्ट के डिस्पोजल को भी भारत ने बैन किया है.



उन मुसाफिरों की भी जानकारी मांगी जा रही है जिन्होंने एक महीने पहले भी चीन की यात्रा की है. कोरोना वायरस के संदिग्ध व्यक्ति को सीधे मुम्बई के कस्तूरबा अस्पताल लेकर जाया जाएगा. जो भी कार्गो शिप भारत आ रही है उनसे पहले डिक्लेरेशन मांगा जा रहा है कि कोई कोरोना वायरस से संक्रमित तो नहीं है. हर एक मुसाफ़िर और क्रू मेंबर की जानकारी भी मांगी जा रही है. मुम्बई पोर्ट ट्रस्ट इन तमाम नियमों को बेहद कड़ाई से पालन कर रहा है ताकि इस जानलेवा वायरस को फैलने से रोका जा सके.


जो भारतीय मुसाफ़िर चीन में फंसे हुए है वो भारतीय दूतावास से संपर्क कर सकते हैं. मदद और जानकारी के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने चौबीस घंटे चालू रहने वाला नम्बर (+91-1123978046/ncov2019@gmail.com) भी जारी किया है.


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