Floods In West Bengal: बंगाल में बाढ़ की स्थिति बिगड़ी, डॉक्टर के क्वार्टर में करनी पड़ी डिलीवरी
बंगाल सरकार ने कुछ क्षेत्रों में सेना को तैनात करने का फैसला किया. हालांकि एनडीआरएफ की टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है.
Floods In West Bengal: पश्चिम बंगाल के छह जिलों में लगातार बारिश के चलते बाढ़ जैसी स्थिति हो गई है. राज्य की स्थिति इतनी गंभीर हो गयी की सहायता के लिए सेना और एनडीआरएफ को बुलाना पड़ा है. इस वजह से आमजनों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ की स्थिति बिगड़ने के कारण एक गर्भवती महिला को अस्पताल नहीं ले जाया जा सका. बच्चे की डिलीवरी डॉक्टर के क्वार्टर में ही करनी पड़ी.
वहीं आसनसोल में कई लोगों ने घरों की छतों पर शरण ली है. अजय नदी के पास रहने वालों ने अपने घरों के भूतल को खाली कर दिया, जबकि पश्चिम बर्दवान में कालीपहाड़ी के पास NH2 पानी के भीतर था. अजय और दामोदर नदी के पास रहने वाले लोगों के लिए अलर्ट जारी किया गया था. खोंडोघोश, रैना, औसग्राम, केतुग्राम (I) और (II) और मंगलकोट क्षेत्रों में घोषणाएं की गईं. दुर्गापुर बैराज का पानी बड़जोरा पहुंचने से बांकुरा के कई इलाके भी जलमग्न हो गए.
बंगाल में बाढ़ राहत अभियान में सेना के पांच कॉलम तैनात
पश्चिम बंगाल के हुगली और हावड़ा जिलों में बाढ़ राहत अभियान में स्थानीय प्रशासन की सहायता के लिए सेना की मदद मांगी गई है. एक रक्षा अधिकारी ने यहां मंगलवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हावड़ा के उदयनारायणपुर ब्लॉक और हुगली जिले के आरामबाग, पुरसुरा और खनाकुल इलाकों में बाढ़ राहत अभियान में कोलकाता सैन्य स्टेशन से सेना की पांच कॉलम को लगाया गया है. प्रत्येक कॉलम में करीब 50 कर्मी हैं.
अधिकारी ने कहा कि इससे पहले भी भारी बारिश के कारण ग्रामीण और शहरी इलाकों के कई भागों में जलभराव के बाद सेना ने राज्य में राहत एवं बचाव अभियान चलाया था. उन्होंने कहा कि एक अक्टूबर को दक्षिण बंगाल में सेना के सात कॉलम तैनात किए गए थे.