नई दिल्ली: फिरोजाबाद में बच्चों में वायरल बुखार के बढ़ते मामले को देखते हुए हाल में केंद्र सरकार ने हाई लेवल कमिटी भेजी थी. इसमें नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल यानी NCDC और नेशनल वेक्टर ब्रोन डिजीज प्रोग्राम के एक्सपर्ट शामिल थे. 


टीम ने वहां जांच जो पाया उसपर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, इसके साथ ही कुछ सलाह भी दी है.  वहीं ये टीम अगले दो हफ्ते तक फिरोजाबाद में रहेंगी और इसकी रोकथाम के लिए काम करेंगी. 


केंद्रीय टीम ने जांच में पाया कि फिरोजाबाद में अधिकांश मामले डेंगू के हैं, जबकि कुछ स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पायरोसिस के हैं. जिसके बाद केंद्रीय टीम ने अपनी रिपोर्ट के साथ उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद को इसकी रोकथाम के लिए कुछ सलाह भी दी है. जिसपर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव को चिट्ठी भी लिखी है. 


केंद्रीय टीम और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकार को दिए सुझाव



  • बुखार वाले सभी मरीजों की डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टाइफस और  लेप्टोस्पायरोसिस की जांच जाय.

  • एलिसा आधारित परीक्षण सुविधाओं को मजबूत करने की जरूरत है.

  • फिरोजाबाद और आसपास के जिलों के जिला अस्पताल में आइसोलेशन बेड और दाखिले की सुविधाएं बढ़ाई जाय.

  • डेंगू, स्क्रब टाइफस और लेप्टोस्पायरोसिस के प्रबंधन के लिए हाल के दिशा-निर्देशों पर फिरोजाबाद और पड़ोसी जिलों के पीएचसी, सीएचसी और जिला अस्पताल सह मेडिकल कॉलेज में सभी डॉक्टरों का एक संक्षिप्त रिओरिएंटेशन आयोजित करें.

  • इस उद्देश्य के लिए केजीएमयू और इसी तरह के संस्थानों के संक्रामक रोगों के विशेषज्ञों की सेवाओं का उपयोग किया जा सकता है.

  • जिला प्रशासन द्वारा आईईसी गतिविधियों को तेज करने की जरूरत.


केंद्र सरकार ने फिरोजाबाद में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की दो टीमें अगले 14 दिनों के लिए तैनात की है. ये टीम फिरोजाबाद प्रशासन को वहां हो रही मौतों और बीमारी को रोकने में की मदद करेगी.