मुंबई: कोरोना वायरस की शुरुआत के समय तमाम ऐसे प्रयोग किए गए, जिससे बीमारी को रोका जा सके. आरोग्य सेतु एप भी उसमें से एक प्रयोग था, जिसने मरीज़ों की ट्रेसिंग और ट्रैकिंग में मदद की, जिससे इसको फैलने से रोकने में मदद मिली. लेकिन आरोग्य सेतु एप की तकनीकी गड़बड़ी के चलते मुंबई के रहने वाले जितेंद्र परेशान हैं. 9 महीने से आरोग्य सेतु एप जितेंद्र को कोरोना पॉजिटिव बता रहा है, जिसके चलते जितेंद्र की आर्थिक जिंदगी और निजी जिंदगी बहुत ज्यादा प्रभावित हैं.


मई महीने में मुंबई के घाटकोपर इलाके में रहने वाले जितेंद्र को कोरोना हुआ. कोरोना होने के बाद वो हॉस्पिटल में एडमिट हुए और सरकारी नियमों के अनुसार क्वारंटीन के नियमों को पूरा करने के बाद डिस्चार्ज हो गए. मई महीने के बाद आज तक 9 महीना गुजर चुका है. जितेंद्र आरोग्य सेतु एप पर आज भी पॉजिटिव हैं. जितेंद्र ने कई बार एप को इंस्टॉल किया, अनइंस्टाल किया, इमरजेंसी नंबर पर कॉल भी किया, मेल भी किया पर कभी कोई सुधार नहीं हुआ. अब ये तकनीकी गड़बड़ी जितेंद्र की जीवन की मुसीबत बन गई है.


जितेंद्र इंटीरियर डिजाइनर का काम करते हैं. तमाम कॉरपोरेट ऑफिस में आना जाना है. पर किसी भी काम से जब किसी कॉरपोरेट ऑफिस के दरवाजे पर जाते हैं, स्केनिंग के दौरान उनका आरोग्य सेतु एप पॉजिटिव बताता है, जिसके बाद उन्हें एंट्री नहीं मिलती. लाख समझाने के बाद कि ये एक तकनीकी गड़बड़ी है, लोग उन्हें अपने कार्यालयों में आने नहीं देते. सार्वजनिक जगहों पर भी जहां-जहां भी एप जांचा जाता है, उन्हें कहीं एंट्री नहीं मिलती. लोग भी उनसे मिलने से बचते हैं, जितेंद्र इन सब से बेहद आहत हैं और यह एप उनके जीवन में मुसीबत लेकर आया है.


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