हाल ही में संसद का मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले पेगासस नाम से एक रिपोर्ट आई, जिसमें दावा किया गया कि देश के कई जानीमानी हस्तियों के फोन की जासूसी की गई. इसको लेकर संसद के दोनों सदनों में लगातार हंगामा हो रहा है. इसकी वजह से अब तक 133 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. 


जब संसद में किसी मुद्दे को लेकर गतिरोध पैदा होता है, तो लोकसभा संभावित 54 में से केवल 7 घंटे काम करती है, जबकि राज्यसभा संभावित 53 में से 11 घंटे काम करती है. मौजूदा मानसून सत्र में अब तक संसद को 107 घंटे काम करना था, लेकिन सिर्फ 18 घंटे ही काम हुआ. ऐसे में 89 घंटे का वक्त पूरी तरह से बर्बाद हुआ. इसका मतलब है कि टैक्स चुकाने वालों का कुल नुकसान 133 करोड़ रुपये से अधिक है. 


107 घंटे के निर्धारित समय में से चली सिर्फ 18 घंटे


सूत्रों ने बताया ‘‘लोकसभा को 54 घंटों में से सात घंटे से भी कम चलने दिया गया. राज्यसभा को 53 घंटों की अवधि में से 11 घंटे ही चलने दिया गया है. संसद अब तक 107 घंटे के निर्धारित समय में से सिर्फ 18 घंटे (16.8 प्रतिशत) ही चल पाई है.’’ सूत्रों ने यह भी बताया कि इस व्यवधान से सरकारी खजाने को 133 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. हाल ही में कांग्रेस और विपक्ष के हंगामे पर पीएम मोदी ने भी नाराजगी जताई थी. बीजेपी संसदीय दल की बैठक में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ना तो सदन चलने देती है, ना चर्चा होने देती है. 


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