हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस की तरफ से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विपक्षी दल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की 'मृगतृष्णा' कभी भी पूरी नहीं होगी. सीएम खट्टर ने अविश्वास प्रस्ताव के लिए कांग्रेस को धन्यवाद देते हुए पीसी चाको के इस्तीफे को लेकर विपक्षी दल पर तंज किया.


मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि कांग्रेस को हर चीज पर अविश्वास है वो चाहे बात सर्जिकल स्ट्राइक की हो या फिर कोरोना वैक्सीन की. उन्होंने कहा- “अविश्वास कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है, अगर कोई बात पसंद न आए तो अविश्वास पैदा कर दीजिए. कांग्रेस संगठन के अंदर भी अविश्वास देखने को मिलता है. अविश्वास की कार्यशैली कांग्रेस को लाभ नहीं देने वाली, विश्वास ही लाभ देगा.” सीएम खट्टर ने आगे कहा- गैस सिलेंडर मंहगा हुआ लेकिन सिलेंडर को घर-घर पहुंचाने का काम हमनें किया, प्रदेश को सबसे पहले पहले किरोसिन फ्री राज्य बनाया.


दूसरी तरफ, हरियाणा विधानसभा में जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) चीफ और राज्य के उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा- "10 साल ये नारा लगा कि 'हुड्डा तेरे राज में किसान की ज़मीन गई ब्याज़ में'. हमने पिछले 1 साल में 30,000 करोड़ रुपये की अलग-अलग फसलें MSP पर खरीदी हैं. पिछली बार 1800 खरीद केंद्र बनाए थे." उन्होंने आगे कहा- "इस बार भी प्रत्येक किसान को विश्वास दिलाते हैं कि जैसे ही मंडी में आपका जे फॉर्म कटेगा, उसके 2 दिन के अंदर आपके खाते में पैसे पहुंच जाएंगे."


90 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में सदस्यों की कुल संख्या 88 है, जिसमें सत्तारूढ़ बीजेपी के 40 सदस्य, जेजेपी के 10 और कांग्रेस के 30 सदस्य हैं. जेजेपी के अलावा सात निर्दलीय विधायक हैं और एक सदस्य हरियाणा लोकहित पार्टी का है, जिसने बीजेपी सरकार को अपना समर्थन दिया हुआ है. किसान आंदोलन के चलते जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला पर लगातार दबाव बढ़ रहा है. अगर जेजेपी अपना समर्थन वापस भी ले लेती है तो भी राज्य में बीजेपी सरकार बनी रह सकती है. क्योंकि बीजेपी का दावा है कि उसके पास पांच और निर्दलीय का भी समर्थन है.


ये भी पढ़ें: हरियाणा विधानसभा में खट्टर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश, चर्चा के लिए 2 घंटे का समय