नई दिल्ली: पंजाब में बिजली की मांग बढ़ने से हो रही पावर कटौती को लेकर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और नवजोत सिंह सिद्धू सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साध रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा कर चुके दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल राष्ट्रीय राजधानी में बिजली की रिकॉर्ड मांग के बावजूद पावर कट नहीं होने से अपनी ही पीठ थपथपा रहे हैं.


दरअसल राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी के बीच इस साल शुक्रवार को बिजली की रिकॉर्ड मांग दर्ज की गई. साल 2019 के बाद आज सबसे ज्यादा 7323 मेगावाट बिजली की मांग देखी गई. बिजली की इस रिकॉर्ड मांग के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, "बिजली की मांग में  तीव्र बढ़ोतरी के बावजूद दिल्ली ने इसे सही तरीके से मैनेज किया. कोई बिजली कटौती नहीं की. बिना रुकावट के बिजली की आपूर्ति की गई."


आपको बता दें कि दिल्ली में अब तक किसी एक वक्त पर बिजली की सबसे ज्यादा मांग 2 जुलाई 2019 को दर्ज की गई थी. तब यहां भीषण गर्मी की वजह से मांग 7409 मेगावाट तक पहुंच गई थी.


गौतलब है कि अगले साल पंजाब में विधानसभा के चुनाव होने हैं. आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ज़ोर शोर के साथ पंजाब चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. बिजली को मुद्दा बनाते हुए हाल ही में उन्होंने मुफ्त बिजली का एलान भी किया है. केजरीवाल दिल्ली में भी 200 यूनिट बिजली मुफ्त दे रहे हैं. ऐसे में दिल्ली में रिकॉर्ड मांग की आपूर्ति करने पर दिल्ली के सीएम ने खुद आगे आकर ट्वीट किया और सरकार की वाह वाही की.


पंजाब में बिजली कटौती के बीच आज कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने ट्वीट किया, "पंजाब प्रति यूनिट 4.54 रुपए की औसत लागत पर बिजली खरीद रहा है. जबकि राष्ट्रीय औसत 3.85 रुपए प्रति यूनिट और चंडीगढ़ 3.44 रुपए प्रति यूनिट का भुगतान कर रहा है. तीन प्राइवेट थर्मल प्लांट्स को पंजाब 5 से 8 रुपए प्रति यूनिट भुगतान करता है जो अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा है."


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