नई दिल्ली: गोरक्षा कानून पर चर्चा के दौरान कर्नाटक विधान परिषद में जोरदार हंगामा हुआ. देखते ही देखते बात हाथापाई तक पहुंच गई. कांग्रेस एमएलसी ने जबरदस्ती विधान परिषद के अध्यक्ष को कुर्सी से नीचे खींच लिया. आलम ये हो गया कि संसद में मार्शल बुलाने पड़े. काफी कोशिश के बाद स्थिति को काबू किया जा सका.


बता दें कि 9 दिसंबर को कर्नाटक विधानसभा में येदियुरप्पा सरकार ने गौहत्या निरोधी विधेयक पास कर दिया था. उस दौरान सदन में भारी हंगामा हुआ था. कांग्रेस के विधायक सदन की कार्यवाही छोड़कर चले गए थे.


वहीं बिल जब सदन में पेश किया गया तो उसके बाद पशुपालन मंत्री प्रभु चव्हाण ने विधानसभा परिसर में गाय की पूजा की. इस दौरान कई अन्य मंत्री भी मौजूद रहे.


कर्नाटक गोहत्या निषेध कानून और मवेशी संरक्षण-विधेयक -2020 के नाम से जाना जाने वाला विधेयक में राज्य में गौहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने और तस्करी, अवैध परिवहन, गायों पर अत्याचार और गौहत्या करने वालों पर कड़ी सजा का प्रस्ताव रखा गया है. भारी हंगामे के बीच बिना चर्चा के इस बिल को पास कर दिया गया.


इस बिल में गौहत्या करने पर एक पशु के लिए 50000 से 10 लाख तक जुर्माना और 3-7 साल की सज़ा का प्रावधान है. दूसरे प्रोविजन के लिए 3-5 साल की सज़ा और 50000 से 5 लाख का जुर्माना होगा.