नई दिल्ली: योग गुरू बाबा रामदेव पर बना बायोपिक जल्द ही छोटे पर्दे पर दस्तक देने वाला है. उनके जीवन पर बने इस बायोपिक का नाम 'स्वामी रामदेव- एक संघर्ष'  है. इसी से जुड़े एक कार्यक्रम के मौके पर उन्होंने कहा कि वे किसी भी कीमत पर राजनीति में नहीं आने वाले. इस मौके पर रामदेव ने दंग करने वाली जानकारी साझा करते हुए कहा कि उन्होंने सात बार मौत को बेहद करीब से देखा है.


आपको बता दें कि योग से लेकर स्वदेशी का नारा एक बार फिर से बुलंद करने वाले बाबा को लोग ऐसी ही कई बातों के लिए बेहद पसंद करते हैं. अब उनके जीवन में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है. आपको बता दें कि उनके जीवन की सफलता पर एक बायोपिक बनकर तैयार है और इसे जल्द ही टेलिकॉस्ट किया जाना है.


इसमें बाबा रामदेव के बचपन की भूमिक नामचीन फिल्मों में काम कर चुके नमन ने निभाई है. वहीं रामदेव को गांव छोड़ने पर मजबूर करने वाले दबंग की भूमिका तेज सप्रू ने निभाई है. वहीं स्वयं रामदेव का रोल क्रांति प्रकाश झा निभा रहे हैं. इससे जुड़े एक कार्यक्रम के दौरान रामदेव ने कई बड़ी बातें कहीं जिसमें सबसे बड़ी बात ये है कि उन्होंने कभी राजनीति में नहीं आने का संकल्प लिया है.


बातचीत के सिलसिले के दौरान उन्होंने कहा, "मैंने सात बार मौत को करीब से देखा है, जिसके बाद मुझे ये ज्ञात हो गया कि मरना तो एक दिन है लेकिन मैंने तय किया कि भारत माता का कर्ज़ चुका कर जाना है." उन्होंने आगे कहा, "आज जब मेरी बात होती है तब मेरी सफलता की बातें होती है. डिस्कवरी के लोग जब पहली बार मेरे पास आये थे तब मैंने बायोपिक के लिए मना कर दिया था. मुझे हमेशा लोगों का साथ मिला है."


अपनी बात जारी रखते हुए उन्होंने कहा, "मैं भाग्यवादी नहीं हूं, पुरुषार्थवादी हूं. मैं अभी रुका नही हूं. मैंने 50 सालों का एक मास्टर प्लान बनाया है जिनमें एक करोड़ से ज़्यादा बच्चों को शिक्षा देने का लक्ष्य है." आपको बता दें कि आने वाली 10 तारीख को छत्रसाल स्टेडियम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, कानून और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद और अन्य राजनेताओं के लिए रामदेव के बायोपिक की स्क्रीनिंग रखी गई है.