दिल्ली: आज दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ ने भारत के पूर्व वित्त मंत्री एवं भारत के सर्वाधिक दूरद्रष्टा, लोकप्रिय नेताओं में शुमार अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. स्वयं अपने छात्र जीवन में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके  अरुण जेटली को श्रद्धांजलि स्वरूप डूसू ने दिल्ली में 100 स्थानों की पहचान कर वहां आर्थिक रूप से कमजोर स्कूली बच्चों की शिक्षा के लिए कक्षाएं शुरू करने का निर्णय लिया है. "बस्ती की पाठशाला" नामक इस अभियान के अंतर्गत डूसू और स्वयंसेवी संस्था एस एफ एस साथ आ कर हजारों वंचित बच्चों तक शिक्षा को पहुंचाने का काम करेंगे.


"बस्ती की पाठशाला" से पढ़ने वाले बच्चों को तो इस कठिन समय में संबल मिलेगा ही, साथ साथ उन्हें पढ़ाने के लिए आगे आने वाले सभी वालंटियर्स छात्रों में भी समाज के प्रति जिम्मेदारी का भाव विकसित होगा. इससे छात्रों को समाज के लिए काम करने का एक बेहतरीन अवसर प्राप्त होगा व उनमें नेतृत्व के गुणों का भी विकास होगा. "बस्ती की पाठशाला" उन स्कूली छात्रों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को पहुंचाएगी जिनकी पहुंच से ऐसी शिक्षा अभी तक बाहर रही है.


दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष अक्षित दहिया ने कहा कि, "स्वर्गीय श्री अरुण जेटली जी एक प्रखर नेतृत्वकर्ता थे जिन्होंने करोड़ों लोगों को अपनी वाग्मिता, अपनी दूरदृष्टि व अपने जज्बे से प्रेरित किया. उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर उनकों श्रद्धांजलि स्वरूप हमने दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में वंचित स्कूली छात्रों के लिए शिक्षा केन्द्र शुरू करने का निर्णय लिया है.


स्टूडेंट्स फ़ॉर सेवा (एस एफ एस) के साथ मिलकर शुरू किये जा रहे इस अभियान के पोस्टर जारी किए जा चुके हैं. डूसू भविष्य में इस प्रकार के और भी अभियान चलाते रहेगा और हम आशा करते हैं कि इस प्रकार हम शिक्षा को वंचितों तक पहुंचाने में सफल होंगे. शिक्षा का प्रचार प्रसार ही हमें भविष्य के अरुण जेटली देगा.


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