Manish Arora Murder Case: द्वारका जिला पुलिस ने बिंदापुर इलाके में मनीष अरोड़ा नामक व्यापारी की हत्या मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि ये हत्या लूट के मकसद से की गई थी, लेकिन लुटेरों ने पहले ही गोली चला दी और इसी वजह से लूटपाट नहीं कर पाए. इस मामले में आरोपी नाम अजीत, सत्यम और फैजान शामिल हैं. इस पूरे मामले की साजिश अजीत ने ही रची थी.
दरअसल, अजीत का भाई सुजीत मनीष अरोड़ा के साड़ी के शोरूम में नौकरी करता था. उसे पता था कि मनीष अरोड़ा रात के समय काफी रकम लेकर घर लौटता है. इसी को देखते हुए तीनों ने मिलकर पूरा प्लान तैयार किया. पुलिस का कहना है कि फिलहाल अजीत के भाई से भी पूछताछ की जा रही है.
क्या है पूरा मामला
द्वारका जिला के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि 10 अक्टूबर की रात लगभग करीब 12 बजे पुलिस को सूचना मिली कि एक मृत व्यक्ति को दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल लाया गया था. मामले की सूचना मिलने पर पुलिस अस्पताल पहुंची और मामला दर्जकर जांच शुरू की. वारदात के समय व्यापारी के पास लगभग 9 लाख रुपये थे, लेकिन अफरा-तफरी होने के कारण आरोपी पैसे नहीं लूट पाए.
मनीष अरोड़ा बिंदापुर इलाके का रहने वाला था और उसका साड़ी का शोरूम था. देर रात मनीष और उसका भाई स्कूटी पर सवार होकर शोरूम से घर लौट रहे थे, जब वह गली के बाहर पहुंचे तो उनकी स्कूटी के सामने से एक बाइक आई और बाइक की पिछली सीट पर सवार युवक ने मनीष पर गोली चला दी. आरोपी मौके से फरार हो गए.
सीसीटीवी से मिले सुराग
पुलिस को इस घटना से जुड़ा सीसीटीवी फुटेज में मिला है, जिसमें हमलावर बाइक पर सवार नजर आए थे. इतना ही नहीं, जब आसपास के अन्य सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो उसमें यह पता चला कि हमलावरों ने पुलिस से बचने के लिए अपने कपड़े भी बदले. इसके अलावा एक युवक भी उनसे रास्ते में मिला. पुलिस को जांच के दौरान यह पता चला कि जो युवक हमलावरों से रास्ते में मिला था वह भी बिंदापुर गांव में ही रहता है और उसका नाम अजीत है.
अजीत है मास्टरमाइंड
पुलिस ने अजीत को ट्रेस किया और फिर उससे पूछताछ शुरू की. पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसी ने इस पूरी वारदात की साजिश रची थी. दोनों हमलावर सत्यम और फैजान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कन्नौज के रहने वाले हैं. ये दोनों पहले लोनी इलाके में रहते थे. पुलिस ने यह भी बताया कि मनीष पर गोली चलाने वाला आरोपी फैजान था.
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