Rajasthan: इनकम टैक्स विभाग ने रंगाई-पुताई करने वाले मजदूर को भेजा 66 करोड़ का नोटिस, महज 8-10 हजार है महीने की कमाई
66 Crore Income Tax Notice to Labour: नोटिस को मिलने के बाद से गोविंद हैरान और परेशान हैं. करोड़ों के बकाया आयकर का नोटिस पाकर गोविंद ने अपने मालिक ओम खटीक को ये बात बताई जिसके वहां वो काम करता है.
Income Department Send Notice to a Labour: एक रंगाई-पुताई मजदूर (Dying Labour) की मजदूरी की कमाई और उस पर 66 करोड़ रुपए का इनकम टैक्स (Income Tax) का बकाया. भले ही कहने और सुनने में थोड़ा अटपटा लगे लेकिन ये शत-प्रतिशत सच है. राजस्थान (Rajasthan) के भीलवाड़ा जिले (Bhilwara District) में हुरड़ा गांव की भील बस्ती में रहने वाले गोविंद भील को आयकर विभाग ने ये नोटिस (Notice) भेजा है. गोविंद लोगों के घरों की रंगाई पुताई की मजदूरी से मिलने वाली आय से अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. आयकर विभाग ने गोविंद को 66 करोड़ रुपए का आयकर बकाया का नोटिस थमाते हुए उपस्थित नहीं होने पर 10 हजार का जुर्माना लगाने की भी बात लिखी है.
इस नोटिस को मिलने के बाद से गोविंद हैरान और परेशान हैं. करोड़ों के बकाया आयकर का नोटिस पाकर गोविंद ने अपने मालिक ओम खटीक को ये बात बताई जिसके वहां वो काम करते हैं. गोविंद को 14 जुलाई गुरुवार को अजमेर आयकर विभाग के अधिकारियों से मिलने पर 66 करोड़ रुपए के आयकर बकाया होने की बात पता चली. गोविंद ने अधिकारियों को बताया कि मैं रंगाई पुताई का काम करता हूं महीने में मुश्किल से 8-10 हजार रुपये तक ही कमा पाता हूं इतनी कम आमदनी में मैं बहुत मुश्किल से अपने परिवार का गुजारा करता हूं.
2018 में नौकरी के लिए दिए थे दस्तावेज
गोविंद ने बताया कि आज से लगभग 4 साल पहले साल 2018 में बिजयनगर में मजदूरी करने के दौरान एक गिरधर नाम के युवक ने हिंदुस्तान जिंक में नौकरी लगवाने के लिए मुझसे मेरा आधार कार्ड और पैन कार्ड बैंक खाता खोलने की बात कह कर ले गए थे. मुझे नौकरी तो नहीं मिली लेकिन मुझे करोड़ों रुपए आयकर बकाया का नोटिस मिल गया. उसने मुझे मेरे दस्तावेज भी वापस नहीं दिए थे.
सोमवार को आयकर विभाग ने बुलाया अजमेर
नोटिस (Notice) में गोविंद (Govind) को अजमेर विभागीय कार्यालय (Ajmer Departmental Office) बुलाकर उसे उसके सभी बैंक एकाउंट (Bank Account) के दस्तावेज (Documents) भी मांगे थे. उसने बताया कि आयकर विभाग (Income Tax) वालों ने बड़ी फाइल बना रखी थी. गोविंद का इंदिरा आवास (Indira Awas) के तहत भील बस्ती में मकान है, जिसमें एक कमरा और रसोई बनी हुई है. नोटिस मिलने के बाद गोविंद और उसका परिवार घबरा गया. गोविंद ने बताया की वह अजमेर और भीलवाड़ा से आगे कभी नहीं गया. इतनी बड़ी रकम के लेनदेन की बात सुन कर उसके होश उड़ गए. आयकर विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को एक बार फिर उसे वापस अजमेर बुलाया है.
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