वंशवादी राजनीति आम आदमी के लिए अवसर के दरवाजे बंद कर रही है: वरूण गांधी
वरूण फेडरेशन ऑफ कर्नाटक चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की तरफ से आयोजित 'भारत के भविष्य का रास्ता: अवसर और चुनौतियां' विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.
बेंगलुरू: बीजेपी सांसद और गांधी परिवार से आने वाले वरूण गांधी ने दुख जताया कि राजनीति सहित महत्वपूर्ण क्षेत्रों में वंशवाद के कारण आम आदमी के लिए अवसर के दरवाजे बंद हो रहे हैं.
उन्होंने कहा, "हम राजनीति में ज्यादा लोगों के लिए कैसे दरवाजे खोल सकते हैं? हर कोई जानता है कि राजनीति में वंशवाद चल रहा है. हर राज्य, जिले और देश में कुछ परिवार हैं जो महत्वपूर्ण हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन सत्य है."
वरूण फेडरेशन ऑफ कर्नाटक चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की तरफ से आयोजित 'भारत के भविष्य का रास्ता: अवसर और चुनौतियां' विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.
उन्होंने दुख जताया कि कोई भी महत्वपूर्ण क्षेत्र इस घटना से वंचित नहीं है.
कौन है वरूण गांधी?
वरूण गांधी केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और दिंवगत नेता संजय गांधी के बेटे है और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पोते हैं. वरूण गांधी खुद ऐसे परिवार से आते है जो आज़ादी के बाद से सत्ता में रहा है.
वरुण का राजनीति में पर्दापण साल 2009 में हुआ था. अभी फिलहाल वरूण सुलतानपुर से सांसद है लेकिन इससे पहले साल 2009 में पीलिभीत से सांसद थे.