'बिग बुली 4.5 अरब डॉलर नहीं देते...', विदेश मंत्री जयशंकर ने क्यों कहा ऐसा?
S Jaishankar Remarks: भारत और पड़ोसी देशों के बीच संबंधों पर आधारित एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि धौंस जमाने वाले साढ़े चार अरब डॉलर की सहायता प्रदान नहीं करते हैं.
EAM S Jaishankar Remarks: विदेश मंत्री एस जयशंकर से दिल्ली में शनिवार (2 मार्च) को पुस्तक विमोचन के एक कार्यक्रम में जब पूछा गया कि क्या भारत इस क्षेत्र (उपमहाद्वीप और हिंद महासागर क्षेत्र) में धौंस दिखा रहा है तो उन्होंने कहा कि ऐसे लोग पड़ोसी को संकट में 4.5 अरब अमेरिकी डॉलर की सहयाता नहीं देते हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, एस जयशंकर ने कहा, ''विश्व के इस हिस्से में आज बड़ा बदलाव वह है जो भारत और उसके पड़ोसियों के बीच हुआ है. जब आप कहते हैं कि भारत को एक बिग बुली (बड़ा धौंस जमाने वाला) माना जाता है तो आप जानते हैं कि जब पड़ोसी मुसीबत में होते हैं तो बिग बुली साढ़े चार अरब डॉलर नहीं देते हैं.''
'बिग बुली अन्य देशों को वैक्सीन सप्लाई नहीं करते'
विदेश मंत्री ने कहा, ''कोविड के दौरान बिग बुली अन्य देशों को वैक्सीन सप्लाई नहीं करते हैं या भोजन, ईंधन या उर्वरक की मांग का जवाब देने के लिए अपने स्वयं के नियमों में अपवाद नहीं बनाते हैं क्योंकि दुनिया के किसी अन्य हिस्से में हुए किसी युद्ध ने उनके जीवन को जटिल बना दिया है.''
बांग्लादेश और नेपाल में क्या बदलाव आया?
विदेश मंत्री की इस टिप्पणी का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर व्यापक रूप से साझा किया गया है. विदेश मंत्री ने कहा कि यह भी देखिए कि वास्तव में भारत और उसके पड़ोसियों के बीच क्या बदलाव आया है.
उन्होंने कहा, ''निश्चित रूप से, बांग्लादेश और नेपाल के साथ, मेरा मतलब है कि आज आपके पास एक पावर ग्रिड है, आपके पास सड़कें हैं जो एक दशक पहले मौजूद नहीं थीं, आपके पास रेलवे हैं जो एक दशक पहले अस्तित्व में नहीं थी, जलमार्गों का उपयोग होता है. भारतीय व्यवसाय नेशनल ट्रीटमेंट के आधार पर बांग्लादेश के बंदरगाहों का उपयोग करते हैं.''
और क्या बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर?
भारत और उसके पड़ोसी देशों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाने और बेहतर बनाने के लिए किए गए कार्यों को रेखांकित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि नेपाल, श्रीलंका, भूटान, बांग्लादेश और मालदीव के साथ व्यापार, निवेश और यात्रा में तेज बढ़ोतरी देखी गई है.