Jaishankar On Bilawal: 'मैं अच्छा मेजबान हूं, अगर मेहमान...', पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल पर अब क्या बोले जयशंकर?
S Jaishankar Remarks: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर अपने पाकिस्तानी समकक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगर मेहमान अच्छा हो तो वह (जयशंकर) मेजबान अच्छे हैं.
S Jaishankar On Bilawal Bhutto Zardari: केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार (7 मई) को मैसूर में मोदी सरकार की विदेशी नीति से संबंधित एक कार्यक्रम के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी पर निशाना साधा. हाल में गोवा में 4 और 5 मई को हुई शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक में बिलावट भुट्टो जरदारी ने भी हिस्सा लिया था.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वह एक अच्छे मेजबान हैं अगर मेहमान अच्छा है. जयशंकर ने बिलावल के भारत को लेकर रवैये पर भी निशाना साधा.
क्या कहा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री को एससीओ की विदेश मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था लेकिन अगर आप एससीओ बैठक के बाहर उनके सार्वजनिक बयानों को देखें, उन्होंने केवल भारत पर बात की है, जिनमें जी20, कश्मीर और बीबीसी डॉक्यूमेंट्री के मुद्दे शामिल हैं लेकिन एससीओ के बारे में कुछ नहीं.
दर्शकों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच जयशंकर ने कहा, ''एक मेजबान के तौर पर मैं क्या करूं? अगर मेरे पास एक अच्छा मेहमान है तो मैं एक अच्छा मेजबान हूं, लेकिन...''
बिलावल को क्यों किया गया था आमंत्रित?
बिलावल भुट्टो जरदारी को भारत आमंत्रित करने के पीछे का कारण बताते हुए जयशंकर ने कहा, ''हमने पाकिस्तानी विदेश मंत्री को आमंत्रित किया क्योंकि एससीओ की विदेश मंत्रियों की बैठक थी. जब बहुपक्षीय (Multilateral) बैठकों की बात आती है तो आप उस विषय पर चर्चा करने के लिए लोगों को आमंत्रित करते हैं. उन्हें (बिलावल भुट्टो) एससीओ के संबंधित मुद्दों के मामलों में विचार रखने के लिए पाकिस्तान के प्रतिनिधि के रूप में उनकी क्षमता में आमंत्रित किया गया था.''
जयशंकर ने कहा, ''हमारी राय अलग-अलग हो सकती है... उनका अपना नजरिया हो सकता है, मेरा अपना दृष्टिकोण हो सकता है और वहां एक एससीओ बैठक कक्ष था जहां हम चर्चा करते और अलग-अलग राय रखते. वह एक बात है.''
SCO बैठक में और उसके बाद पाकिस्तान को लिया था आड़े हाथ
बता दें कि गोवा में एससीओ की विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान जयशंकर ने परोक्ष रूप से पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा था कि आतंकवाद की अनदेखी करना समूह के सुरक्षा हितों के लिए नुकसानदेह होगा और जब दुनिया कोविड-19 महामारी और उसके प्रभावों से निपटने में लगी थी, तब भी आतंकवाद की समस्या जैसी की तैसी बनी रही. वहीं, बिलावल ने भी परोक्ष रूप से भारत पर निशाना साधते हुए कहा था, ''राजनयिक लाभ के लिए आतंकवाद को हथियार बनाने के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए.''
बैठक के बाद, जयशंकर ने निशाना साधते हुए कहा था कि आतंकवाद के पीड़ित आतंकवाद पर चर्चा करने के लिए आतंकवाद के अपराधियों के साथ में नहीं बैठते हैं. उन्होंने पाकिस्तान को टेररिज्म इंडस्ट्री और बिलावल को इसका प्रमोटर, जस्टिफायर और प्रवक्ता बताया था. उन्होंने कहा था कि एससीओ की बैठक में आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान और बिलावल की आलोचना की गई. वहीं पाकिस्तान लौटने पर बिलावल ने एक बार फिर कश्मीर का राग अलापा था और बीजेपी-आरएसएस पर निशाना साधा था.
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