पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी शहर में 6 अप्रैल की सुबह दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. ये भूकंप सुबह 7 बजकर 7 मिनट पर आया जिसकी तीव्रता 4.4 मानी जा रही है. वहीं इसकी गहराई 10 किमी है. सिलीगुड़ी से भूकंप की दूरी 62 किमी बताई गई है. जबकि इसकी अक्षांश रेखा 26.8244 और देशांतर रेखा 89.0105 है. वहीं जलपाईगुड़ी के अलावा अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.


एक दिन पहले यानी कल भी जलपाईगुड़ी में रात को 5.4 तीव्रता का भूकंप आया था. इस भूकंप के झटके को पश्चिम बंगाल और बिहार के पूर्वी राज्यों में भी महसूस किया गया है. इसकी जानकारी खुद नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने दी है.जानकारी के मुताबिक जिस समय भूकंप के झटके को महसूस किया गया था तब लोग काफी ज्यादा डर गए थे और अपने घर से बाहर निकल आए थे. सोमवार रात को आए भूकंप के झटकों को गंगटोक और हिमालयी राज्य के अन्य हिस्सों में भी महसूस किया गया है.


भूकंप से नहीं हुआ नुकसान


लगातार दो दिन से जलपाईगुड़ी में आए भूकंप से अभी तक किसी की जान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. वहीं राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि लोग झटके महसूस होते ही डर गए और अपने घरों से बाहर निकल गए. वहीं पश्चिम बंगाल के धुपगुड़ी सिलीगुड़ी, कूचबिहार, रायगंज और बिहार के पूर्णिया समेत कई अन्य हिस्सों में भी झटके महसूस किए गए हैं.


नहीं हुए आफ्टरशॉक्स


जानकारी के मुताबिक इस भूकंप के बाद कोई आफ्टरशॉक्स नहीं महसूस हुआ है. दरअसल आफ्टरशॉक्स तब होता है जब भूकंप की स्पीड रिएक्टर 6 से ज्यादा होती है. इसलिए जलपाईगुड़ी में आए भूकंप से आफ्टरशॉक्स की कोई संभावना नहीं रही.


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