Earthquake: दिल्ली-NCR में शनिवार (5 अगस्त) की देर शाम भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटकों की तीव्रता 5.5 रही. देर शाम 9 बजकर 34 मिनट पर ये झटके महसूस किए गए है. भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में था. 


भूकंप के झटके केवल दिल्ली-एनसीआर ही नहीं बल्कि आसपास के इलाकों में भी महसूस किए गए. अफगानिस्तान और पाकिस्तान के इस्लामाबाद, लाहौर, पेशावर इलाकों में भूंकप आया है. हालांकि अभी तक कहीं से भी किसी प्रकार के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है. 


नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने कहा कि भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदूकुश क्षेत्र में 36.38 डिग्री उत्तर अक्षांश पर और 70.77 डिग्री पूर्व देशांतर पर स्थित था. 


क्यों आता है भूकंप?


भूकंप तब आता है जब पृथ्वी की सबसे बाहरी परत के बड़े टुकड़े अचानक एक दूसरे के पीछे चले जाते हैं. शोधकर्ताओं के मुताबिक, तुर्किये का भूकंप एक स्ट्राइक-स्लिप भूकंप था। इसे समझने से पहले हमें पृथ्वी की संरचना को समझना होगा. 


दिल्ली से 1,000 किमी दूर था भूकंप का केंद्र
 
गहरे भूकंप, अगर वे पर्याप्त रूप से मजबूत हैं, तो बहुत बड़ी दूरी पर महसूस किए जा सकते हैं, क्योंकि झटके मूल बिंदु से रेडियल रूप से फैलते हैं. क्योंकि यह सतह तक पहुंचने के लिए बड़ी दूरी तय करता है, रेडियल फैलाव भी बहुत बड़ा हो जाता है. अफगानिस्तान का जुर्म इलाका दिल्ली से 1,000 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर है. 


हालांकि, गहरे भूकंपों में नुकसान होने की संभावना कम होती है क्योंकि सतह पर आने तक वे अपनी ऊर्जा का एक बड़ा हिस्सा नष्ट कर देते हैं. पूर्वोत्तर अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान और पाकिस्तान की सीमा के पास, एक भूकंप प्रवण क्षेत्र है और नियमित रूप से 6 या उससे ज्यादा तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं. 


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