Earthquake In Uttarkashi: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भूकंप के झटके, धंसते जोशीमठ से महज 250 किमी दूर था केंद्र
उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi) में भूकंप के झटकों के बाद जोशीमठ को लेकर भी डर बना हुआ है. आशंका है कि पहले से ही धंसते जोशीमठ (Joshimath) को ये झटके कहीं और अधिक नुकसान न पहुंचा दें.
Earthquake In Uttarkashi: उत्तराखंड के उत्तरकाशी के ऊपर से आपदा हटने का नाम नहीं ले रही है. गुरुवार-शुक्रवार की रात 2.12 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टम पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 2.9 मापी गई.
भूकंप का केंद्र 240 किमी दूर था. हालांकि झटका तीव्र नहीं था लेकिन डर है कि जोशीमठ की धंसती जमीन को यह झटके कहीं और अधिक नुकसान न पहुंचा दें.
जोशीमठ की जमीन पहले से ही धंस रही है. भूधंसाव के चलते 760 घर ऐसे चिह्नित किए गए हैं जिनमें आंशिक या गंभीर दरार आ गई है. इनमें कई भवन गंभीर स्थिति में है जिसके चलते उन्हें तोड़ा जाना है. ऐसे में ताजा भूकंप के झटके लगने के बाद ये डर बना हुआ है कि कही पहले से ही कमजोर इन घरों को ये और नुकसान न पहुंचा दें.
जोशीमठ में हालात नाजुक
उत्तराखंड के जोशीमठ में हालात नाजुक बने हुए हैं. शहर और आसपास के इलाकों में भूधंसाव के चलते सैकड़ों घरों में दरारें देखी गई हैं. 100 से ऊपर परिवारों को घरों से हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
डेढ़ लाख अंतरिम राहत पैकेज
जोशीमठ में प्रभावित परिवारों के लिए डेढ़ लाख रुपये की अंतरिम राहत देने की घोषणा की गई है. सीएम धामी ने कहा है कि बाद में मुआवना करके बाजार की दर से मुआवजा दिया जाएगा.
12 जनवरी को दो होटलों को गिराने का काम शुरू किया गया था लेकिन बारिश के चलते काम बीच में ही रोकना पड़ा. अधिकारियों ने बताया खराब मौसम के कारण एसडीआरएफ की टीम ने जोशीमठ स्थित मलारी इन होटल को तोड़ने का काम रोक दिया. तोड़ने का काम शुक्रवार सुबह फिर से शुरू होगा. वहीं इसके पहले स्थानीय लोगों के विरोध के चलते ध्वस्तीकरण की कार्रवाई रोकनी पड़ी थी.
यह भी पढ़ें
दिल्ली में अगले दो दिनों में गिरेगा पारा, जम्मू कश्मीर, लद्दाख में बर्फबारी, पढ़ें मौसम विभाग का ताजा अपडेट