Earthquake in Rajasthan: देशभर में इन दिनों मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है. ऐसे में कई इलाकों में भूकंप के झटके आने की खबरें भी सामने आ रही हैं. हाल ही में उत्तराखंड के उत्तरकाशी और टिहरी में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. वहीं अब रविवार देर शाम राजस्थान में भूकंप से धरती कांप गई.


दरअसल 12 दिसंबर को शाम 6:56 बजे राजस्थान के बीकानेर से 381 किमी उत्तर-पश्चिम में भूकंप के झटके महसूस किए गए. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.3 मापी गई. फिलहाल इसमें किसी प्रकार के जानमाल के नुकसान की कोई सूतना नहीं है.






बता दें कि बीते महीने 20 नवंबर को भी राजस्थान के जालौर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी के मुताबिक उस समय भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.6 थी, जिसमें किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ था.


आखिर क्यों आता है भूकंप


धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर के नाम से जाना जाता है. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है. इसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती-डुलती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिलने लगती है तो उसे भूकंप कहते हैं. ये प्लेट क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं. 


ऐसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता


भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए रिक्टर स्केल का पैमाना इस्तेमाल किया जाता है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के अंकों के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है.


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