(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.6 रही
इससे पहले 2 फरवरी को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई थी.
नई दिल्लीः जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. पाकिस्तान के इस्लामाबाद में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप का केंद्र जमीन से 40 किलोमीटर की गहराई में था. रिक्टर स्केल पर भूकप की तीव्रता 5.6 मापी गई है. भूकंप से फिलहाल जान-माल के किसी नुकसान की खबर नहीं आई है लेकिन और जानकारी का इंतजार किया जा रहा है.
BREAKING: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. भूकंप का केंद्र जमीन से 40 किलोमीटर की गहराई में था. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.6 मापी गई है pic.twitter.com/DpC9pndxDD
— ABP न्यूज़ हिंदी (@abpnewshindi) February 5, 2019
चंबा जिले में भी आया था भूकंप आज हिमाचल प्रदेश के चंबा चंबा जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. भूकंप का केंद्र चंबा जिले में जमीन से पांच किलोमीटर नीचे था. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 3.2 मापी गई थी. भूकंप के झटकों से लोगों में दहशत मच गई थी. मनाली, चंबा और लाहौल में भूकंप के झटकों से लोग दहशत में अपने घरों से बाहर भागे. हालांकि भूकंप की तीव्रता कम होने से किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं आई. भरमौर मे 7 बजकर 35 मिनट पर चौथा भूकंप का तेज झटका आया जिसके बाद लोग सहम गए. इसके बाद चंबा प्रशासन चंबा में अलर्ट जारी किया.
2 फरवरी को आया था दिल्ली-एनसीआर में भूकंप इससे पहले 2 फरवरी को दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई थी. अफगानिस्तान के हिंदूकुश में भूकंप का केंद्र था.
भूकंप के दौरान सतर्कता से जुड़ी कुछ जरूरी बातें:
अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं. यदि कोई मेज या ऐसा फर्नीचर न हो तो अपने चेहरे और सर को हाथों से ढंक लें और कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं.
अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं.
अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और वाहन के अंदर ही बैठे रहें.
अगर आप मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी न जलाएं, न तो हिलें और न ही किसी चीज को धक्का दें.
मलबे में दबे होने की स्थिति में किसी पाइप या दीवार पर हल्के-हल्के थपथपाएं, जिससे कि बचावकर्मी आपकी स्थिति समझ सकें. अगर आपके पास कोई सीटी हो तो उसे बजाएं.
कोई चारा न होने की स्थिति में ही शोर मचाएं. शोर मचाने से आपकी सांसों में दमघोंटू धूल और गर्द जा सकती है.
अपने घर में हमेशा आपदा राहत किट तैयार रखें.