नई दिल्ली: दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए नगर निगम कड़ा रुख अपना रहा है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम द्वारा प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ 834 चालान काटे गए हैं.


दिल्ली में प्रदूषण साल दर साल बढ़ता ही जा रहा है. पहले जहां अक्टूबर-नवंबर के दौरान पराली जलना दिल्ली में प्रदूषण में बढ़ोतरी की वजह मानी जाती थी तो वहीं अब पूरे साल दिल्ली में प्रदूषण ज़्यादातर खराब श्रेणी में रहता है. ऐसे में अलग-अलग विभाग अलग-अलग तरह से प्रदूषण के खिलाफ कुछ कड़े कदम उठाते रहते हैं.


दिल्ली में कुछ दिनों से वायु प्रदूषण को बढ़ते देख कर पूर्वी दिल्ली नगर निगम हरकत में आ गया है. बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए विभिन्न क्षेत्रों में निगम की तरफ से निरीक्षण किया जा रहा है जिसमें  निर्माण गतिविधियो के कारण हो रहे प्रदूषण और प्रदूषण फैला रही इकाइयों के खिलाफ कार्यवाही भी की जा रही है.


साल 2021 के फरवरी महीने में  प्राप्त आंकडों के अनूसार पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने खुले में अवैध रूप से कूड़ा डालने पर 632 चालान किए, खुले में कूड़ा जलाने पर 3 चालान हुए हैं. खुले में अवैध रूप से मलबा डालने के लिए 47 चालान,  निर्माण कार्य से होने वाले प्रदूषण के लिए 91 चालान, निर्माण एवं स्वास्थ्य गतिविधियों के लिए  61 चालान हुए हैं. इस प्रकार पूर्वी निगम द्वारा कुल  834 चालान किए गए है और इसकी एवज में लगभग 7 लाख से ज़्यादा रुपये वसूल किए गए हैं.


निगम की तरफ से  वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए अन्य प्रयास भी किए जा रहे हैं जिसमें 7942 किलोमीटर मैकेनिकल रोड स्वीपिंग का कार्य अब तक किया गया है. इसके अलावा अत्याधुनिक वाटर स्प्रींकलर के द्वारा लगभग 16680  किलोमीटर सड़कों पर पानी का छिड़काव भी किया गया है.


पूर्वी दिल्ली में सबसे ज़्यादा प्रदूषित आनंद विहार और आस-पास का इलाका रहता है,  अब इन प्रयासों के बाद कितना सुधार प्रदूषण में आता है यह देखना होगा.


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