Tawang Border Clash: 'LAC पर भारत के नियंत्रण में हैं हालात', तवांग झड़प पर ईस्टर्न कमांड के प्रमुख की पहली प्रतिक्रिया
Arunachal Pradesh Border Clash: तवांग झड़प पर ईस्टर्न कमांड प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि झड़प के दौरान दोनों पक्षों के सैनिकों को कुछ मामूली चोटें आई थीं.
India China Border Clash: तवांग में भारत-चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प पर ईस्टर्न कमांड प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता (RP Kalita) ने पहला बयान दिया है. उन्होंने शुक्रवार (16 दिसंबर) को कहा कि पीएलए (PLA) ने एलएसी (LAC) को पार किया, विरोध में दोनों तरफ के सैनिकों को चोटें आईं. इसका स्थानीय स्तर पर समाधान हुआ. इसे लेकर बुमला में एक फ्लैग भी मीटिंग हुई, हम स्थिति पर नियंत्रण में हैं.
पूर्वी सेना कमान प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने आगे कहा कि सैन्य पुरुषों के रूप में हम हमेशा अपने देश की रक्षा के लिए तैयार हैं. शांति हो या संघर्ष, प्राथमिक कार्य बाहरी या आंतरिक खतरे के खिलाफ देश की क्षेत्रीय अखंडता को सुनिश्चित करना है. हम सभी परिस्थितियों और आकस्मिकताओं के लिए तैयार हैं. लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता विजय दिवस की 51वीं वर्षगांठ के अवसर पर कोलकाता में माल्यार्पण समारोह के दौरान मीडिया को संबोधित कर रहे थे.
ईस्टर्न कमांड के प्रमुख ने और क्या कहा?
लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कलिता ने कहा कि आप सभी जानते हैं कि सीमा के पार वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अलग-अलग धारणाएं हैं. आठ मान्यता प्राप्त विवादित क्षेत्र हैं जहां दोनों पक्षों की अलग-अलग धारणाओं को स्वीकार किया जाता है. उन क्षेत्रों में से एक में पीएलए के गश्ती दल ने उल्लंघन किया और जिसका हमारे सैनिकों ने बहुत मजबूती से मुकाबला किया.
"अफवाह पर विश्वास न करें"
सेना के शीर्ष अधिकारी ने आम जनता से आग्रह किया कि वे इस घटना के बारे में किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें. उन्होंने कहा कि मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि इसे स्थानीय स्तर पर नियंत्रित किया गया था. हालांकि दोनों पक्षों के सैनिकों को कुछ मामूली चोटें आई थीं. मैं आपसे यह भी अनुरोध करना चाहूंगा कि किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें, यह केवल दोनों पक्षों के सैनिकों को मामूली चोटें थीं. मैं आपको आश्वस्त करना चाहूंगा कि उत्तरी सीमा से सटे सीमावर्ती क्षेत्र स्थिर हैं और हम मजबूती से नियंत्रण में हैं.
तवांग में हुई थी झड़प
अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर के यांगत्से में 9 दिसंबर को चीन और भारत के सैनिक आमने-सामने आ गए थे. दोनों देशों के सैनिकों बीच हुई इस झड़प में कई सैनिक घायल हुए थे. घायलों में ज्यादा सैनिक चीन के थे. इसके बाद दोनों सेनाओं के कमांडरों ने फ्लैग मीटिंग कर स्थिति को संभाला था. जिसके बाद दोनों देशों के सैनिक पीछे हटे थे.
रक्षा मंत्री ने संसद में दिया था बयान
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद में बताया था कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग (Tawang) सेक्टर के यांग्त्से क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा का उल्लंघन करने और यथास्थिति को एकतरफा बदलने की कोशिश की थी. भारतीय सैन्य कमांडरों के समय पर हस्तक्षेप के कारण चीनी सैनिक अपने स्थानों पर वापस चले गए. राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारी सेनाएं हमारी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस पर किए गए किसी भी प्रयास को विफल करना जारी रखेंगी.
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