नई दिल्ली: कोरोना वायरस के मामले लगातार बिहार में बढ़ते जा रहे हैं. इस बीच सबसे बड़ी चुनौती इस साल होने वाली बिहार विधानसभा चुनाव के तौर पर दिख रही है. कैसे वोट डाला जाएगा, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कैसे होगा, इन सवालों के बीच एक सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि सीनियर सीटिजन अपना वोट कैसे डालेंगे.
हालांकि अब चुनाव आयोग ने साफ कहा है कि बिहार और अन्य स्थानों पर होने वाले चुनावों में 65 साल से अधिक उम्र के लोगों को फिलहाल पोस्टल बैलेट सुविधा नहीं मिलेगी. इसके साथ ही चुनाव आयोग ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव और उपचुनाव में 80 वर्ष से ज्यादा आयु के मतदाताओं, दिव्यांगों और कोविड-19 मरीजों के लिए वैकल्पिक डाकमत की व्यवस्था होगी.
बता दें कि कोरोनावायरस संक्रमण का खतरा 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों, गर्भवती महिलाओं, मधुमेह, उच्च रक्तचाप और किडनी की बीमारियों सहित पुरानी बीमारी से ग्रसित लोगों के ज्यादा है. मेडिकल एक्सपर्ट्स और सरकार ने भी लगातार ऐसे लोगों को बाहर ना निकालने के लिए कहा है. ऐसे में माना जा रहा था कि चुनाव आयोग 65 साल से अदिक लोगों को पोस्टल वेलेट के जरिए वोटिंग की सुविधा होगी, लेकिन चुनाव आयोग ने इससे साफ इनकार कर दिया है.
बता दें कि मौजूदा व्यवस्था में सेना, अर्ध सैनिक बलों के जवानों और विदेशों में कार्यरत सरकारी कर्मचारियों व निर्वाचन ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों को ही डाक मतपत्र से वोट देने का अधिकार प्राप्त है.