इससे पहले महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने चुनाव आयोग (EC) को पत्र लिखकर राज्य विधान परिषद की 9 खाली सीटों के लिए चुनाव की घोषणा करने का अनुरोध किया था. वहीं बुधवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की थी और उन्हें बताया था कि राज्य में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
कोरोना संकट में भी क्यों जरूरी है चुनाव कराना
चुनाव आयोग ने कोरोना वायरस संकट के चलते इन नौ सीटों पर चुनाव प्रक्रिया रोक रखी थी. उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, जिसके बाद उन्हें छह महीने के अंदर राज्य विधानमंडल के किसी सदन का सदस्य बनना जरूरी है. राज्य मंत्रिमंडल ने विधान परिषद में राज्यपाल द्वारा मनोनीत किए जाने वाले एक सदस्य के रूप में उद्धव ठाकरे के नाम की सिफारिश की थी. लेकिन राज्यपाल सहमत नहीं हुए. इसके बाद सत्तारूढ़ शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने भी चुनाव आयोग को खत लिखकर 9 खाली विधानपरिषद की सीटों पर चुनाव कराने की मांग की थी.
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