नई दिल्ली: देश के अलग-अलग राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव और उपचुनावों के लिए होने वाले प्रचार-प्रसार और रैलियों के दौरान कोरोना की रोकथाम करने को लेकर जारी केंद्र के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं हुआ तो ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई हो सकती है. केंद्रीय चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि जिस तरह से चुनाव प्रचार प्रसार के दौरान भीड़ जुट रही है और कोरोना को लेकर जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन नहीं हो रहा वह चिंताजनक है. लिहाजा सभी राजनैतिक दल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा जारी किए गए उन दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करें जो कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जारी किए गए थे.
बिहार हो या मध्य प्रदेश या फिर देश के वो राज्य जहां पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने इस कोरोना संक्रमण काल में चुनाव या उपचुनाव संपन्न करवाने का फैसला लिया है वहां से जो तस्वीरें सामने आ रही है उसने केंद्रीय चुनाव आयोग की भी चिंताएं बढ़ा दी हैं. क्योंकि जो तस्वीरें सामने आ रही है उसमें लोग हजारों हजार की संख्या में एक जगह जुटे हुए नजर आ रहे हैं फिर चाहे वो छोटी रैलियां हो या फिर हो बड़ी जनसभाएं. इतना ही नहीं इन रैलियों और जनसभाओं में आने वाले लोग ना तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं, ना ही मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं और यही बात चुनाव आयोग की चिंता को और बढ़ा रहा है.
राजनीतिक दलों को भेजे गए निर्देश में केंद्रीय चुनाव आयोग ने साफ तौर पर कहा है कि पिछले कुछ वक्त के दौरान ऐसी कई तस्वीरें और मीडिया रिपोर्ट सामने आई हैं जिससे यह साफ हो रहा है कि चुनाव प्रचार प्रसार के दौरान किस तरह से डिजास्टर मैनेजमेंट के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है. राजनीतिक दलों के द्वारा जो रैलियों और जनसभाओं की जा रही है उनमें जो लोग आ रहे हैं वो कोई सावधानी नहीं बरत रहे. यहां तक कि जो राजनेता भी इन रैलियों को संबोधित करने आ रहे हैं वो भी मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल नहीं कर रहे. ऐसा करके राजनेता और उम्मीदवार ना सिर्फ केंद्रीय चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं बल्कि खुद के और अपनों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा भी बढ़ा रहे हैं.
केंद्रीय चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के नेताओं और उम्मीदवारों से साफ तौर पर कहा है कि वो रैलियों और जनसभाओं को संबोधित करने के दौरान यह सुनिश्चित करें कि भीड़ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे, मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें. लेकिन इसके साथ ही केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्य चुनाव के अधिकारियों को भी साफ निर्देश दिया है कि अगर इन नियमों का पालन नहीं होता तो फिर डिसास्टर मैनेजमेंट एक्ट समेत अन्य कानूनों के तहत नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो.
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