देश में कोरोना की दूसरी लहर थमने के साथ ही रेलवे के डाटा में भी भारी अंतर आया है. दूसरी लहर के तेज होते ही देश के हर कोने में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं. दूसरी ओर यात्री ट्रेनों की संख्या में भारी कमी आ गई थी. लोग लंबी दूरी की यात्रा करने से परहेज करने लगे थे. दो महीनों बाद अब हालात एकदम उल्ट हैं. एक तरफ ट्रेनों से ऑक्सीजन की सप्लाई बहुत कम हुई है तो दूसरी ओर ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ है. यात्रियों की मांग पर रेलवे ने लंबी दूरी के कई ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया है. कोविड संक्रमण की रफ्तार थमने के साथ ही देश के कई राज्यों में लॉकडाउन खत्म हो चुका है और वहां धीरे-धीरे कारोबार को खोला जा रहा है. इससे ट्रेनों में लोगों का आना-जाना बढ़ गया है.


400 टन पर आया ऑक्सीजन की आपूर्ति का आंकड़ा
रेलवे के ताजा आंकड़ों के मुताबिक सिर्फ पिछले एक सप्ताह के अंदर 32 लाख पैसेंजरों ने ट्रेनों से लंबी दूरी की यात्रा की है. आमतौर पर इनमें सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूर शामिल थे क्योंकि इन लोगों की आवाजाही उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से हुई है. इसके साथ  ही पिछले 10 दिनों में मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई भी बहुत कम हो गई है. 10 दिनों से रेलवे 400 टन ऑक्सीजन को रोजना ढो रही है जबकि इससे पहले 600 टन ऑक्सीजन को रोजाना ढोया जाता था. शुक्रवार को तो रेलवे ने सिर्फ 150 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की. रेलवे ने एक दिन में सबसे ज्यादा 26 मई को 1194 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की थी. शनिवार को रेलवे ने 264 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की इनमें सिर्फ तमिलनाडु में 184 टन और बाकी कर्नाटक में उतरा. 


अगले 10 दिनों के लिए 29 लाख पैसेंजरों के टिकट बुक
रेलवे मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ऑक्सीजन भेजने का ग्राफ बहुत कम हुआ है. यह अच्छा संकेत है. जब देश को जरूरत थी, रेलवे ने उचित समय पर राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति की. अब इसकी मांग कम हो गई. यह अच्छी बात है. उन्होंने कहा कि ज्यादातर राज्यों में ऑक्सीजन की मांग पूरी हो गई है और वहां ऑक्सीजन का अच्छा स्टॉक हो गया है. ज्यादातर राज्यों में लॉकडाउन हटने के बाद कामकाज सुचारू रूप से चलने लगा है. इसलिए रेलवे ने लंबी दूरी की ट्रेनों का संचालन धीरे-धीरे बढ़ा दिया है. प्रवक्ता ने बताया पिछले एक सप्ताह में 32.56 लाख लोगों ने लबी दूरी की ट्रेनों में सफर किया. इनमें से ज्यादातर लोग बिहार, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के यात्री थे.  अगले 10 दिनों में करीब 29 लाख पैसेंजरों ने लंबी दूरी की ट्रेनों में टिकट बुक कराया है. इनमें भी ज्यादातर दिल्ली, मुंबई, पुणे, सूरत, अहमदाबाद, चेन्नई के लिए बुकिंग है. 


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