SBI Electoral Bonds Latest Data: इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद से रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. एक तरफ कई बॉन्ड को लेकर जहां भारतीय जनता पार्टी विपक्षी दलों के निशाने पर है तो वहीं अब आम आदमी पार्टी को मिले इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी जानकारी भी सामने आई है.


चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2018 और मई 2019 के बीच आम आदमी पार्टी (आप) को पांच कंपनियों और दो व्यक्तियों से इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से 5.75 करोड़ रुपये मिले. इन 5.75 करोड़ रुपये में से 3 करोड़ रुपये बजाज ग्रुप ने दिए. यह राशि 10 अप्रैल 2019 को जमा कराई गई. बजाज ग्रुप की ओर से मिला यह चंदा उस वर्ष लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी को मिला सबसे बड़ा चंदा था.


मई 2019 तक के दानदाताओं के ही नाम बताए


रविवार (17 मार्च) को चुनाव आयोग (ईसी) की ओर से जारी लेटेस्ट आंकड़ों में दानदाताओं के नामों का खुलासा करने वाली पार्टियों में आप भी शामिल थी. आंकड़ों के मुताबिक, AAP को अप्रैल 2018 से जुलाई 2023 के बीच इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए 69.06 करोड़ रुपये मिले. हालांकि, पार्टी ने केवल मई 2019 तक के टाइम पीरियड के लिए दानदाताओं के नामों का खुलासा किया.


गुजरात और पुणे की कंपनी ने भी दिया AAP को चंदा


इस टाइम पीरियड में पार्टी को दूसरा सबसे बड़ा इलेक्टोरल बॉन्ड चंदा गुजरात स्थित टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड और पुणे स्थित बीजी शिर्के कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड से मिला. दोनों ने सिंगल बॉन्ड के माध्यम से 1 करोड़ रुपये का दान दिया. यह राशि मई 2019 में पार्टी के खातों में जमा हुई.


बेंगलुरु की इस कंपनी से मिला 50 लाख का दान


बेंगलुरु स्थित KMZ इन्वेस्टमेंट्स ने AAP को 10-10 लाख रुपये के पांच चुनावी बॉन्ड यानी 50 लाख रुपये का दान दिया. कंपनी ह्यूमन हेल्थ एक्टिविटी में शामिल है. कंपनी के पास ऑथराइज्ड शेयर कैपिटल 1 लाख रुपये और पेड अप कैपिटल 1,000 रुपये है. आम आदमी पार्टी को अप्रैल 2019 में बेंगलुरु स्थित एनजेके उद्यमों से 20 लाख रुपये मिले.


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