नई दिल्ली: फ़िल्म 'पद्मावती' का विरोध अब बिहार विधानसभा तक पहुँच चुका है. सोमवार को फ़िल्म 'पद्मावती' के विरोध में बीजेपी विधायक नीरज सिंहबबलू सारी मर्यादा भूल गए. शीतक़ालीन सत्र के दूसरे दिन जैसे ही विधायक साहब विधानसभा पहुँचे सबकी निगाहें उनकी गाड़ी पर टिक गई. काली रंग की गाड़ी पर फ़िल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली और फ़िल्म का समर्थन करने वाले एसपी नेता आज़म खान की तस्वीरें लगी हुई थीं.


नारंगी सदरी और साफ़ा पहने हुए विधायक महाशय फ़िल्म पर बिफरे नज़र आए. फ़िल्म के ट्रेलर में दिखाए गए ‘घूमर’ डान्स पर आपत्ति दर्ज कराने पहुँचे विधायक साहब विधानसभा जैसी जगह पर गलियों वाले पोस्टरगाड़ी पर लटकाकर पहुँच गए. एबीपी न्यूज़ ने जब उनसे इस आपत्तिजनक विरोध पर सवाल किया तो महाशय ने इसे जायज़ ठहरा दिया. नीरज सिंह बबलू का दावा है कि उन्होंने 'पद्मावती' का पूरा इतिहास पढ़ा है और कहीं भी रानी 'पद्मावती' को नाचते हुए नहीं बताया गया है.


तस्वीरों पर बक़ायदा जूते


चप्पलों की माला पहनाई गई थी और दोनों के ही नाम के साथ अपशब्द लिखे हुए थे. जूतों की माला और आपत्तिजनक शब्द लिखने वाले बीजेपी विधायक नीरज सिंह बबलू ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर फ़िल्म 'पद्मावती' कोबिहार में बैन करने की माँग वाला पत्र सौंपा. नीरज सिंह का दावा है कि मुख्यमंत्री ने पत्र स्वीकार करके फ़िल्म पर उचित कार्रवाई करने की बात कही है.


बिहार के कला संस्कृति मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि ने ऐलान किया है कि जब तक फ़िल्म से विवादित सीन हटाकर उन्हें नहीं दिखाई जाती तब तक ये फ़िल्म बिहार में रिलीज़ नहीं होगी.