नई दिल्ली: आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने शनिवार को राजकोषीय घाटा नियंत्रित रखने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई. उन्होंने फिर कहा कि दो हजार के नोट की छपाई बंद करने के बारे में कोई निर्णय नहीं किया गया है. गर्ग ने गैर बैंकिंग वित्तीय क्षेत्र पर सीआईआई के एक कार्यक्रम में कहा कि सरकार राजकोषीय घाटा को दायरे में रखने के लिये प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में सरकार राजकोषीय घाटा को बढ़ने नहीं देगी.
गर्ग ने दो हजार रुपये के नोट की छपाई बंद होने की बात नकारते हुए कहा कि सरकार ने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है. उन्होंने कहा, "दो हजार रुपये के नोट की छपाई बंद करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है. ये नोट चलन में हैं. आज के समय में कुल करीब सात हजार करोड़ रुपये कीमत के दो हजार के नोट चलन में हैं."
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बता दें कि कुछ दिन पहले खबर आई थी की 2000 रुपये के नोट की छपाई अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गई है. वित्त मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी के मुताबिक नवंबर 2016 में हुई नोटबंदी के बाद जो 2000 रुपये के नोट छप रहे थे उनकी संख्या में इस साल बेहद बड़ी कमी की गई है. जिसके बाद ऐसी खबरें थीं कि सरकार ने रिजर्व बैंक को दो हजार रुपये के नोट की छपाई कम करने के लिये कहा है.
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